छपरा. दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही जिले के बाजार रंग-बिरंगी लाइटों और सजावट के सामान से जगमगाने लगे हैं. इस बार मेक इन इंडिया उत्पादों ने चाइनीज सामान पर बढ़त बनायी है. भारतीय उत्पाद सस्ते, टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण ग्राहकों में अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं. छपरा शहर की दुकानों में साहिबगंज, मोना चौक, सलेमपुर, गांधी चौक, गुदरी बाजार, भगवान बाजार और दरोगा राय चौक सहित अन्य इलाकों की दुकाने इंडियन एलइडी और सजावटी लाइटों से सजी हैं. दुकानदारों के अनुसार ग्राहकों ने इस बार इंडियन लाइटों को प्राथमिकता दी है ताकि देश का पैसा देश में ही रहे.
गुदरी बाजार के इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी यशवंत कुमार गुप्ता ने बताया कि भारतीय लाइटें टिकाऊ और गारंटी वाली हैं, जबकि चाइनीज लाइटें पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं. इलेक्ट्रिक ट्रेडर्स एसोसिएशन के सदस्य अनूप कुमार ने कहा कि इस बार मेक इन इंडिया उत्पादों की मांग बढ़ी है, और बाजार में नयी डिजाइन की कम बिजली खपत वाली लाइटें अधिक पसंद की जा रही हैं. वहीं शहर के श्यामचक में मिट्टी की लक्ष्मी-गणेश प्रतिमाएं इस बार ग्राहकों में अधिक लोकप्रिय हैं, क्योंकि ये इको-फ्रेंडली हैं और पानी में घुल जाती हैं. वहीं, चाइनीज प्रतिमाएं हानिकारक केमिकल के कारण पर्यावरण के लिए नुकसानदायक हैं.बाजार में उपलब्ध लाइटों की कीमतें
डीजे ग्लोब-1000, एलइडी डिस्प्ले-150, लाइटिंग फ्लावर पॉट-300, एलइडी झालर-50-100, स्ट्रीप लाइट-250, पिक्सल-350-800, डिस्को लाइट-150, स्माल झूमर-80-130, एलईडी स्टार-350, फ्रूट लाइट-150-190, डायमंड एलईडी-150, गोल्डेन क्रिस्टल-220-290, लाइट स्टार-100-300, ऊँ व स्वास्तिक-220-280, राइस-30-70, मल्टी-60-130, राकेट-70, आरजीबी-100, डायमंड-100, पिक्सल-100 रुपये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

