दिघवारा. थाना क्षेत्र के मालगोदाम के समीप सोमवार की देर रात जहांगीर अली की हुई निर्मम हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा दिया है और पुलिस ने हत्या में शामिल तीनों नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस ने आधुनिक तकनीक के सहारे अपराधियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की और फिर धीरे धीरे पुलिस ने हत्या के इस मामले का खुलासा कर दिया. मामले के उद्भेदन में पुलिस ने घटनास्थल के सामने के एक दुकान के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला था जिससे पुलिस को अहम सुराग मिला. वहीं पुलिस ने मृतक के पिता के कॉल रिकॉर्ड से कई महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की, जिससे सहारे हत्या में शामिल युवकों के नाम का खुलासा हो गया था. पुलिस ने मुख्य अभियुक्त राजा उर्फ संतुल को यूपी के मऊ से धर दबोचा. पुलिस के अनुसार उसी ने गला रेतकर जहांगीर की हत्या की थी. पुलिस ने बुधवार की देर रात्रि संतुल के घर से हत्या के दौरान उसके द्वारा पहने गए खून से लथपथ कपड़े को नाली के पास से बरामद करने में सफलता हासिल की है.
मृतक के पिता के बयान पर दर्ज हुई हत्या की प्राथमिकी, तीन युवकों को किया नामजद
मृतक के पिता व चकनूर निवासी मो मुज्तबा के बयान पर थाने में कांड संख्या 48/25 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई है, जिसमें तीन युवकों को नामजद किया है. नामजद अभियुक्तों में थाना क्षेत्र के हेमतपुर निवासी 18 वर्षीय पुत्र राजा कुमार उर्फ संतुल कुमार, राईपट्टी निवासी 20 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार व मीरपुर भुआल निवासी 22 वर्षीय पुत्र रंजीत कुमार उर्फ बबुआ शामिल है. दर्ज प्राथमिकी में पिता ने बताया कि तीनों नामजद अभियुक्त उसके पुत्र को चकनूर स्थित विवाह भवन से कहीं ले गए और फिर उसकी हत्या कर दी. मंगलवार की सुबह पुराने मालगोदाम के समीप उसके बेटे का शव पड़ा मिला था .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है