नगरा. प्रखंड क्षेत्र के धूपनगर धोबवल पंचायत अंतर्गत छितरौली, रामचौरा, गढ़िया छितरौली और फर्दपुरा गांवों के किसानों ने मंगलवार को सीओ और बीडीओ को अपनी गंभीर समस्या को लेकर लिखित आवेदन सौंपा. किसानों ने बताया कि पिछले शुक्रवार को हुई लगातार बारिश के कारण खेतों में जलजमाव हो गया है और जलनिकासी की कोई व्यवस्था नहीं होने से तैयार धान की फसल बर्बादी के कगार पर पहुंच गयी है. आवेदन देने वाले किसानों में मणिभूषण सिंह, सोनू सिंह, कौशल जीत सिंह, मोनू, तिलक, मैनेजर राय, रौशान तारा, सबीना खातून, शंभू सिंह, देवेंद्र सिंह सहित दर्जनों किसान शामिल थे. उन्होंने बताया कि वर्णपुरा और मानपुर के बीच स्थित सायफन काफी समय से जाम पड़ा है. इसके साथ ही पाइन की भी सफाई नहीं की गयी है, जिससे खेतों में भरा पानी बाहर नहीं निकल पा रहा है और धान की फसल धीरे-धीरे सड़ने लगी है. किसानों ने कहा कि उन्होंने महीनों की मेहनत और बड़ी लागत से फसल तैयार की है. यदि प्रशासन ने तत्काल कोई कदम नहीं उठाया, तो सैकड़ों एकड़ में लगी फसल पूरी तरह से नष्ट हो जायेगी. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सायफन की मरम्मत और पाइन की सफाई करवाई जाये, ताकि खेतों से पानी की निकासी हो सके और फसल को बचाया जा सके. महिला किसान रौशान तारा और सबीना खातून ने कहा कि यदि प्रशासन ने इस बार भी ध्यान नहीं दिया, तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जायेगा और पूरे परिवार की आजीविका पर संकट खड़ा हो जायेगा. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र राहत नहीं दी गयी, तो वे प्रखंड कार्यालय का घेराव करेंगे. किसानों ने आशा जतायी है कि नगरा प्रशासन उनके आवेदन को गंभीरता से लेते हुए स्थल निरीक्षण करेगा और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगा, ताकि उनकी तैयार फसल को बचाया जा सके.
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