परसा. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा अजीत अमर दुर्भावना से ग्रसित होकर शिक्षकों पर कार्रवाई कर रहे हैं. ये बातें एमएलसी अफाक अहमद ने माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष समेत अन्य शिक्षकों पर की गयी कार्रवाई के मामले में कहीं. श्री अहमद मामले की जांच के लिए परसा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि डीपीओ के खिलाफ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ एवं डायरेक्टर के साथ शिक्षा मंत्री से मांग करूंगा कि उन्हें अविलंब निलंबित किया जाये. आवश्यकता पड़ने पर इस मामले को मैं विधान परिषद में भी उठाऊंगा. उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षक संघ का शताब्दियों से शिक्षा, शिक्षक, शिक्षार्थी एवं विद्यालयों की बेहतरी के लिए कार्य करने का स्वर्णिम इतिहास रहा है. ऐसे में संघ के नेताओं पर दुर्भावना से ग्रसित होकर कार्रवाई करने की मैं घोर निंदा करता हूं. शिक्षकों को सम्मान दिये बिना गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है. सारण के कई शिक्षकों ने डराने-धमकाने और अवैध राशि की वसूली की शिकायत की है. पैसा नहीं देने पर प्रधानाध्यापकों को निलंबित भी कर दिया गया है. मैं डीपीओ की अवैध संपत्ति की जांच आर्थिक अपराध इकाई से करवाने के साथ उनकी प्रतिनियुक्ति अविलंब रद्द करवाने की मजबूती से पहल करूंगा. पूर्व के पदस्थापित जिला सहरसा में कई आरोपों की जांच चल रही है. फिर किस परिस्थिति में उनका प्रतिनियोजन सारण में किया गया है. विद्यालय भ्रमण के दौरान एमएलसी ने संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव, प्रभारी एचएम जयशंकर गुप्ता व सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं के साथ छात्रों से वार्ता कर मामले की जांच की गयी. संघ के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने बताया कि मैं स्वीकृत आकस्मिक अवकाश पर था परंतु मुझ पर शोकॉज जारी किया गया. इसका समर्थन प्रभारी एचएम ने भी किया. गणित शिक्षक दीपक कुमार राम ने बताया कि मैं बच्चों को पढ़ा रहा था. उसी दरम्यान डीपीओ ने मेरे वर्ग में आकर बच्चों के सामने डांटते हुए अमर्यादित व्यवहार व असंसदीय भाषा का प्रयोग किया. अन्य शिक्षकों ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में शिक्षकों की प्रतिष्ठा का हनन किया जा रहा है.
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