तरैया. शारदीय नवरात्र के नौवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की उपासना में महिलाएं, युवतियां व पुरुष लीन रहे. शास्त्री सचिन पांडेय व पुजारी सुधांशु तिवारी ने कहा कि महागौरी पूजन से सभी नौ देवियां प्रसन्न होती हैं. भगवान शिव ने अपने जटा से बह रहे गंगाजल से भगवती गौरी का अभिषेक किया था, तभी से इनका नाम महागौरी पड़ा. श्रद्धालुओं भक्तों ने मां महागौरी पूजन के दौरान माता रानी को चुनरी, नारियल, खीर, मालपुआ चढ़ाये. श्रीरामजानकी ठाकुरबाड़ी शिव मंदिर में महागौरी पूजन को लेकर महिलाओं की अत्यधिक भीड़ होने के कारण कमेटी के सदस्यों को काफी परेशानियों से गुजरना पड़ा. वहीं मंदिर में नारियल फोड़ने पर भी काफी परेशानियों से गुजरना पड़ा. मंदिर के बाहर नारियल फोड़ने का स्थान बनाया गया. मंदिर में एक साथ सैकड़ों श्रद्धालु महागौरी पूजन को प्रवेश कर रहे थे, जबकि मातारानी को प्रसाद चढ़ाने के लिए लगभग आधा दर्जन पुजारी मूर्ति के पास तैनात हैं. रामबाग श्री संकट मोचन घंटी बाबा मंदिर के पुजारी मुन्ना बाबा ने कहा कि महागौरी पूजन से स्त्रियों के सौभाग्य की प्राप्ति होती है तथा व्याधि से मुक्ति मिलती है. श्री रामजानकी मठ चैनपुर में आयोजित दुर्गापूजा में आचार्य नीतेश तिवारी ने कहा कि महागौरी की उपासना से भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं तथा भविष्य में पाप-संताप, दैन्य-दुख उनके पास कभी नहीं आते हैं. मां महागौरी का ध्यान सर्वाधिक कल्याणकारी है.
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