saran news : छपरा सदर अस्पताल में रविवार की देर रात एक नवजात की मौत हो गयी. इसके बाद परिजनों द्वारा सोमवार की सुबह हंगामा करते हुए चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत अस्पताल प्रबंधन से की गयी. घटना के बाद अस्पताल परिसर में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गयी और परिजनों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मृत नवजात के पिता नगर थाना क्षेत्र के महमूद चौक दहियावां निवासी श्रवण कुमार बताये जाते हैं. पीड़ित श्रवण कुमार ने बताया कि बीते 19 दिसंबर को उनकी पत्नी ने सदर अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया था. प्रसव के बाद मां और नवजात दोनों की स्थिति सामान्य बतायी गयी, जिसके बाद अस्पताल कर्मियों की सलाह पर वह लोग बच्चे को लेकर घर चले गये. अगले दिन नवजात की तबीयत अचानक खराब होने लगी. इस पर परिजन रात में ही बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, वहां ड्यूटी पर मौजूद नर्स ने बच्चे को देखने के बाद यह कहकर घर भेज दिया कि बच्चा पूरी तरह ठीक है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है. लेकिन, जब वे लोग बच्चे को घर लेकर पहुंचे, तो कुछ ही समय बाद नवजात की मौत हो गयी. बच्चे की मौत से आक्रोशित परिजन फिर से सदर अस्पताल पहुंचे और अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टर व नर्स पर ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत भी उपाधीक्षक को दी है. परिजनों कहना है कि यदि समय रहते बच्चे की सही जांच और इलाज किया गया होता, तो उसकी जान बचायी जा सकती थी. वहीं, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद ने कहा कि ड्यूटी पर चिकित्सक मौजूद थे. पीड़ित द्वारा दिये गये आवेदन की जांच में चिकित्सकीय लापरवाही की पुष्टि होती है, तो संबंधित डॉक्टर और कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी. विदित हो कि सदर अस्पताल में पहले भी इलाज में अनियमितता की शिकायत परिजनों द्वारा की जाती रही है. कई बार इलाज में लापरवाही के बाद मरीज की जान तक चली गयी है, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ व हंगामा किया है. जानकारी के अनुसार इस समय सदर अस्पताल में मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट भी बनाया गया है, जहां मातृ-शिशु की देखभाल की व्यवस्था है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

