छपरा. नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नौ और सात स्थित बूटी मोड़ से लेकर गुदरी बाजार तक की दोनों तरफ की ड्रेनेज सफाई की प्रक्रिया नगर निगम में शुरू कर दी है. इसका असर भी दिखने लगा है़ शुक्रवार की सुबह हुई बारिश का पानी कुछ ही मिनट में निकल गया, जबकि सफाई महज 10 फीसदी ही हुई है. जब बाकी सफाई हो जायेगी तो लोगों को जलजमाव से काफी राहत मिलने लगेगी.
कुछ जगहों पर नालों पर कर लिया गया स्थायी निर्माण
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि सफाईकर्मियों को ड्रेन कटिंग के दौरान बेवजह परेशान करने वाले गृह स्वामियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. मकान के मेजरमेंट से लेकर सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने पर कार्रवाई की जायेगी. देखा जा रहा है कि कुछ लोग सफाई कर्मियों को नाले पर लगे स्लैब हटाने नहीं दे रहे हैं. तो कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने नाले पर स्थाई निर्माण कर लिया है. सिटी मैनेजर और स्वच्छता पदाधिकारी जल्द ही क्षेत्र का भ्रमण करेंगे और अतिक्रमण वाले घरों पर कार्रवाई का नोटिस जारी करेंगे.सफाई की गति काफी धीमी
जिस रफ्तार से नालों की सफाई बूटी मोड़ से शुरू हुई थी शुक्रवार को गति उससे धीमी दिखी. महापौर प्रतिनिधि धनंजय कुमार भी कार्य प्रगति देखने पहुंचे थे और उन्होंने बताया कि 10 सफाईकर्मी को यहां लगाया गया था, लेकिन पांच ही मौजूद है. इसकी रिपोर्ट नगर आयुक्त को दी जा रही है. लोगों ने कहा कि जिस तरह से रह-रहकर बारिश हो रही है, अगर जल्द सफाई नहीं हुई तो फिर परेशानी होगी. तीन दिन में महज 50मी ही सफाई हो पायी है.सफाईकर्मी बोले 350 में क्या होगा
स्थानीय लोगों ने बताया कि सफाईकर्मी है 2 बजे से 3:30 बजे के करीब आ रहे हैं और पांच से_5:30 बजे के बीच चल जा रहे हैं, जिससे सफाई की गति धीमी है. ऊपर से सफाईकर्मियों की संख्या भी आधी हो गयी है. वहीं, सफाईकर्मियों ने बताया कि उन्हें एक दिन के लिए 350 सौ रुपये दिये जा रहे हैं, जो की नकाफी हैं.शहर के 42 बड़े नालों पर चल रहा है सफाई कार्य
जानकारी हो कि मानसून को देखते हुए निगम क्षेत्र के 42 प्रमुख नालों की सफाई कराई जा रही है. इससे लोगों को जल जमाव से राहत मिलने के आसार हैं लेकिन कार्य की गति काफी धीमी है. लोगों ने नगर आयुक्त से खुद मॉनिटरिंग करने की मांग की. साथ ही कहा कि महापौर को भी साफ सफाई का जायजा लेना चाहिए और उचित दिशा निर्देश देना चाहिए. जो लोग सफाई में बाधक बन रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.लोगों को राहत देने का हो रहा प्रयास
इस बरसात में लोगों को परेशानी नहीं होगी. पूरे नगर निगम क्षेत्र के नालों की सफाई करायी जा रही है. नालों पर यदि अतिक्रमण है, तो लोग हटा लें, नहीं तो कार्रवाई हो सकती है. लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौर, छपरा नगर निगमसफाई की हो रही है मॉनीटरिंग
नगर निगम क्षेत्र के नालों की साफ सफाई शुरू हो गई है. अगर किसी आम जनता की कोई शिकायत है, तो वह सीधे जाकर बता सकते हैं. सफाई की मॉनिटरिंग के लिए सिटीमैनेजर, स्वच्छता पदाधिकारी, जमादार, सेनेटरी इंस्पेक्टर आदि तैनात किये गये हैं.सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम
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