परसा. परसा प्रखंड अंतर्गत मिर्जापुर गांव में मंगलवार दोपहर अचानक जंगल में भीषण आग लग गयी. गर्मी और तेज हवा के कारण आग ने देखते-ही-देखते विकराल रूप ले लिया और जंगल में लगे दर्जनों पेड़-पौधे जलकर राख हो गये. आग की लपटें फैलते ही आसपास के ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गयी और पूरे इलाके में हड़कंप का माहौल बन गया. घटना की जानकारी मिलते ही अंचलाधिकारी अनुज कुमार तत्काल मौके पर पहुंचे. उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के साथ-साथ तुरंत अग्निशमन विभाग को सूचना दी. सीओ की तत्परता के कारण सोनपुर से फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची. दमकलकर्मियों ने करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. समय रहते कार्रवाई होने से गांव के रिहायशी इलाकों तक आग नहीं पहुंच पायी और एक बड़ी अनहोनी टल गयी. स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि थोड़ी और देर हो जाती, तो आग घरों तक पहुंच सकती थी और भारी नुकसान हो सकता था. परसा में हो अग्निशमन सेवा की स्थायी व्यवस्था : इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं. ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि परसा जैसे बड़े क्षेत्र में आज तक एक भी अग्निशमन गाड़ी तैनात नहीं की गयी है. हर बार आग लगने की घटना पर फायर ब्रिगेड को सोनपुर या छपरा से बुलाना पड़ता है, जिससे समय पर आग पर नियंत्रण पाना मुश्किल होता है. घटना के बाद ग्रामीण करमुल्लाह, मो. फिरोज, रमेश सिंह, सोनू सिंह, अताउल्लाह अंसारी, पप्पू सिंह, सुरेश राय, अमित साह, विनय कुमार, रजिंद्र राय सहित कई लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि परसा में स्थायी अग्निशमन केंद्र की स्थापना की जाये. प्रशासन ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है और लोगों से अपील की है कि जंगल व खेतों के आसपास सावधानी बरतें ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है