हाल में पकड़े गये अधिकतर अपराधी युवा वर्ग से
Advertisement
टीन एजर्स दे रहे हैं अपराध को अंजाम
हाल में पकड़े गये अधिकतर अपराधी युवा वर्ग से छपरा (सारण) : अपराधिक वारदातों में टीन एजर्स व युवाओं की बढ़ती संलिप्तता से न केवल पुलिस के लिए सिरदर्द बना है, बल्कि आमजनों के लिए भी घोर चिंता का विषय बना हुआ है. हाल के दिनों में शहर में हुई एक दर्जन से अधिक अपराधिक […]
छपरा (सारण) : अपराधिक वारदातों में टीन एजर्स व युवाओं की बढ़ती संलिप्तता से न केवल पुलिस के लिए सिरदर्द बना है, बल्कि आमजनों के लिए भी घोर चिंता का विषय बना हुआ है. हाल के दिनों में शहर में हुई एक दर्जन से अधिक अपराधिक वारदातों में पकड़े गये अपराधी युवा हैं. शहर के मौना चौक के पास बालू व्यवसायी से हुई पांच लाख की लूट मामले में गिरफ्तार चारों अपराधी 20 से 30 वर्ष के हैं. इस मामले में फरार सभी 6 अपराधी भी इसी आयु वर्ग के हैं.
इसी तरह 29 जुलाई को राजेंद्र कॉलेज के पास चोरी की बाइक के साथ एक टीन एजर्स अपराधी को पकड़ा गया. इसके दो दिन पहले 26 जुलाई को भगवान बाजार थाना क्षेत्र के श्यामचक के पास नीरज कुमार समेत चार अपराधियों को अवैध हथियार के साथ पकड़ा गया. चारों अपराधी को अपराधिक वारदात को अंजाम देने की योजना बनाते समय पकड़ा गया. तीन मई को भगवान बाजार थाना क्षेत्र के काशी बाजार चौक के पास दो अपराधियों को चोरी की बाइक व अवैध हथियार के साथ पकड़ा गया. दोनों की उम्र करीब 20-25 वर्ष है.
दिखावे की होड़ में भटक रहे युवा : आधुनिकता, फैशनपरस्ती तथा समाज में अपने को सबसे बेहतर दिखाने की होड़ में युवा वर्ग का भटकाव हो रहा है. अच्छे कपड़े, मोबाइल, बाइक की चाह में युवा कब अपराधी बन जा रहे है, उन्हें भी पता नहीं चल पा रहा है. मंगलवार को पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक युवा अपराधी ने बताया कि परिवार के सदस्यों द्वारा जरूरतें पूरी नहीं की जाती है. दोस्तों के बीच अपनी इज्जत बढ़ाने के लिए पहले एटीएम की हेराफेरी करता था, लेकिन एटीएम काउंटर पर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होने के कारण चोरी व लूट की घटनाओं में संलिप्त हो गया.
अभिभावक हैं लापरवाह : बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के हॉस्टल में रखने और सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले अभिभावक अपने बच्चों की गतिविधियों के प्रति लापरवाह बने हुए है. समाज में हो हरे नैतिक पतन को भी युवाओं के भटकाव का मुख्य कारण विशेषज्ञ मानते है. तेज रफ्तार जिंदगी, आधुनिकता और फैशन परस्ती की इस दौड़ में युवाओं के भटकाव का सबसे बड़ा कारण उनकी दिनचर्या पर अभिभावकों द्वारा नजर नहीं रखना है.
केस – 1
02 अगस्त : भिखारी मोड़ से चार पकड़े गये
भिखारी मोड़ के पास मंगलवार को अपराध की योजना बनाते चार अपराधी पकड़े गये वह छह भाग गये. फरार व गिरफ्तार सभी अपराधियों की उम्र 20 से 30 वर्ष है. चोरी व लूट की तीन बाइक भी बरामद हुई है. अपराधियों के पास से पांच एटीएम कार्ड भी मिला जो दूसरे का था.
केस – 2
26 जुलाई : श्याम चक से चार गिरफ्तार
भगवान बाजार थाना क्षेत्र के श्यामचक से चार अपराधियों को अवैध हथियार के साथ पुलिस ने 26 जुलाई को गिरफ्तार किया. चारों अपराधी 20-25 वर्ष के थे. पकड़े गये अपराधी किसी बड़े अपराधिक घटना को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया.
केस – 3
29 जुलाई : राजेंद्र कॉलेज के पास से एक धराया
भगवान बाजार थाने के राजेंद्र कॉलेज के पास से एक अपराधी को चोरी की एक बाइक के साथ 29 जुलाई को पकड़ा. वह भी 20 वर्ष का था. शहर के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था. इसी दौरान अपराधिक किस्म के कुछ युवकों के संगत में आकर बाइक चोरी करने लगा.
केस – 4
03 मई : काशी बाजार से दो पकड़े गये
काशी बाजार से भगवान बाजार थाने की पुलिस ने चोरी की बाइक व आर्म्स के साथ तीन मई को दो अपराधियों को पकड़ा. सीवान जिले के रहने वाले दोनों युवक छपरा में रहकर आइटीआइ करते थे और इसी दौरान दोनों ने चोरी व लूट की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया.
अभिभावक अपने बच्चों को सब कुछ दे रहे हैं, लेकिन बच्चे क्या कर रहे हैं, यह देखने की उन्हें फुरसत नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि बच्चों को सही राह दिखाने की जिम्मेवारी परिवार, समाज तथा उस शिक्षण संस्थान की है जहां वह पढ़ाई करता है. बच्चों के प्रति परिवार, समाज तथा शिक्षण संस्थान अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी पूर्व नहीं कर रहे हैं.
डॉ विभू कुमार, प्राध्यापक, समाज शास्त्र विभाग, राजेंद्र कॉलेज
गिली मिट्टी को जिस तरह कलाकार आकर देकर सुंदर कलाकृति तैयार करता है, उसी तरह किशोरों-युवाओं को नैतिक ज्ञान देकर समाज व देश हित में सही कार्य करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है. यह आज नहीं हो रहा है. इसके कारण युवा वर्ग भटकाव की ओर है. इसके लिए अभिभावकों तथा शिक्षकों का प्रयास जरूरी है.
डॉ पूनम, प्राध्यापक, समाज शास्त्र विभाग,
राजेंद्र कॉलेज, छपरा
मानव का स्वभाव है कि अच्छे कार्यों-संदेशों को अनुकरण, अनुसरण जल्दी नहीं करता है. लेकिन गलत कार्यों का अनुसरण-अनुकरण तुरंत करता है. आधुनिक संसाधनों मोबाइल, इंटरनेट आदि का विकास समाज के हित में हुआ है. इसका दूसरा पहलू भी है. समाज को नुकसान पहुंचाने के लिए दुरुपयोग करना. युवा वर्ग को गलत राह पर ले जाने के लिए आधुनिक संसाधनों का दुरुपयोग हो रहा है.
डॉ संजय कुमार भट्ट, प्राध्यापक, राजेंद्र कॉलेज, छपरा
संस्कारों का हो रहा क्षरण युवाओं के भटकाव का मुख्य कारण है. सबसे जरूरी है कि परिवार समाज तथा शिक्षण संस्थान अपने दायित्व को समझे. कॉलेजों में नामांकन कराने के लिए मारामारी की स्थिति है, लेकिन क्लास में पढ़ने के लिए एक भी बच्चा नहीं आता है. बच्चा आखिर रहता कहां है? करता गया है? जाता कहां है? यह सब देखना अभिभावक और शिक्षण संस्थानों का भी दायित्व है.
डॉ संजय कुमार, एनसीसी ऑफिसर, राजेंद्र कॉलेज
अपराधिक घटनाओं में युवाओं और छात्रों की बढ़ती संलिप्तता रोकने के लिए स्कूल-कॉलेजों में जाकर पुलिस पदाधिकारी उनका मार्गदर्शन करते हैं. कानूनी कार्रवाई से होने वली क्षति के बारे में बताया जाता है और छात्रों युवाओं से मित्रता कायम करने के लिए संवाद किया जाता है. इसके साथ में अभिभावकों को भी अपने बच्चों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है, तभी युवाओं में सुधार संभव है.
रवि कुमार, थानाध्यक्ष, नगर थाना, छपरा
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement