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शक्षिक समेत चार पर प्राथमिकी

शिक्षक समेत चार पर प्राथमिकी उपप्रमुख हत्या मामला. पहले भी आरोपितों द्वारा उपप्रमुख पर किया जा चुका था हमला तीन अज्ञात के भी घटना में शामिल होने की कही गयी है बात भतीजे के फर्द बयान पर दर्ज करायी गयी है प्राथमिकी हत्या से जनप्रतिनिधियों में रोषनोट: फोटो नंबर 24 सी.एच.पी 7,8,9,10 है कैप्सन होगा- […]

शिक्षक समेत चार पर प्राथमिकी उपप्रमुख हत्या मामला. पहले भी आरोपितों द्वारा उपप्रमुख पर किया जा चुका था हमला तीन अज्ञात के भी घटना में शामिल होने की कही गयी है बात भतीजे के फर्द बयान पर दर्ज करायी गयी है प्राथमिकी हत्या से जनप्रतिनिधियों में रोषनोट: फोटो नंबर 24 सी.एच.पी 7,8,9,10 है कैप्सन होगा- उपप्रमुख के आवास पर उमड़ी ग्रामीणों की भीड़, परिजनों को सांत्वना देने के लिए पहुंचे एमलएलसी सच्चिदानंद राय, आक्रोशित ग्रामीणों की पत्थरबाजी से घायल पुलिस जीप का चालक व जलायी गयी जीप संवाददाता, मढ़ौरामढ़ौरा उपप्रमुख हत्याकांड में गुरुवार को मृतक के भतीजे अजय रंजन के फर्द बयान के आधार पर चार नामजद के अलावा तीन अज्ञात को अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. नामजद अभियुक्तों में शिक्षक दिनेश सिंह और उनके भाई वीरन सिंह के साथ-साथ शिवानाथ महतो एवं पारस महतो को अभियुक्त बनाया गया है. हत्या का कारण आपसी रंजिश बताया गया है. थाने में दर्ज प्राथमिकी में मृतक के भतीजे अजय रंजन ने कहा है कि वह शाम 5.45 बजे मिर्जापुर बाजार से अपने घर जा रहे थे, जब वे पंजाब नेशनल बैंक मिर्जापुर से आगे गये, तो देखा कि चारों नामजदों के अलावा तीन और व्यक्ति, जिन्हें वह पहचानते नहीं हैं, उसके चाचा सुधेश्वर प्रसाद दीक्षित को घेरे हुए हैं. जब तक सारा माजरा समझता, इससे पहले दिनेश सिंह ने उसके चाचा को गोली मार दी. गोली मारने के बाद सारे व्यक्ति वहां से भाग गये. ग्रामीणों के सहयोग से वह अपने चाचा को रेफरल अस्पताल, मढ़ौरा ले गया, जहां डाॅक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हत्या का कारण पुरानी दुश्मनीप्राथमिकी के अनुसार, उपप्रमुख की हत्या का कारण वर्षों पुरानी दुश्मनी बतायी गयी है. 1994 में ही सुधेश्वर दीक्षित की हत्या की नीयत से उन पर अभियुक्तों द्वारा गोली चलायी गयी थी. किंतु, वह गोली संयोगवश भतीजे अजय रंजन को लग गयी थी. पुन: वर्ष 2000 में नामजद अभियुक्तों में से कुछ के द्वारा टुकर महतो की हत्या कर दी गयी थी, जिसमें सुधेश्वर प्रसाद दीक्षित गवाह थे. नामजद अभियुक्त दिनेश सिंह से विवाद का कारण स्कूल संबंधी बताया गया है. उपप्रमुख के द्वारा विद्यालय में व्याप्त अनियमितता के खिलाफ शिकायत की गयी थी. बीआरसी, मढ़ौरा में दिनेश सिंह एवं उपप्रमुख में झड़प भी हुई थी. इसके कारण पंजाब नेशनल बैंक, मिर्जापुर के पास उपप्रमुख को दिनेश सिंह द्वारा जान मारने का प्रयास भी किया गया था. इस बात की भी चर्चा प्राथमिकी में है. उपप्रमुख की हत्या से मढ़ौरा के जनप्रतिनिधियों में काफी रोष है. मुखिया मिथिलेश सिंह, मुखिया टुन्ना ठाकुर, प्रखंड प्रमुख मधुसूदन कुमार, मुखिया अमरेंद्र कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह आदि ने जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा की मांग प्रशासन से की है. वहीं, मढ़ौरा में तीन दिनों में हुई दो हत्याओं को प्रशासन की विफलता बताते हुए पुलिस को एक सप्ताह का अल्टीमेटम भी दिया है. उसके बाद जिले में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है. वहीं, एमएलसी इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने उपप्रमुख के घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दी.

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