सारण : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर बरामद नर कंकाल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा जायेगा. इस आशय की जानकारी रेल डीएसपी मो. तनवीर ने शुक्रवार को दी. उन्होंने बताया कि रेल पुलिस अधीक्षक संजय कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है. नर कंकाल की जांच से भी कई महत्वपूर्ण तथ्य मिलने की संभावना है. इस मामले में फोरेंसिक जांच काफी महत्वपूर्ण है. इसके लिए जल्द ही न्यायालय में आदेश के लिए याचिका दायर की जायेगी और न्यायालय से अनुमति मिलने के बाद बरामद नर कंकाल को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जायेगा.
उन्होंने बताया कि इसके लिए रेल थानाध्यक्ष को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है. बताते चलें कि मंगलवार को छपरा जंक्शन पर राजकीय रेलवे पुलिस ने बलिया सियालद एक्सप्रेस ट्रेन से 50 नर कंकाल बरामद किया था और एक अंतरराष्ट्रीय नर कंकाल तस्कर को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार तस्कर चंपारण जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के दुरियामा गांव निवासी बाबू लाल साह के पुत्र संजय प्रसाद है.
संजय प्रसाद से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार नर कंकाल के सप्लायर अमरनाथ डोम को पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के हल्दी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. इस मामले में अब तक दो गिरफ्तारी हो चुकी है. रेल पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन रेल पुलिस उपाधीक्षक मो तनवीर के नेतृत्व में किया है. एसआईटी के सदस्यों को न्यूजलपाईगुड़ी भी भेजा गया है जहां से काफी सुराग मिलें है.
दरअसल, तस्कर संजय प्रसाद के पास से दो राज्यों के पहचान पत्र और दो देशों की विदेशी मुद्रा, नेपाल के मोबाइल फोन का सीम कार्ड मिला है. जांच में यह बात भी सामने आयी है कि नर कंकाल को भारत से नेपाल व भूटान भेजा जाता है और वहां से चीन भेजा जाता है. इसकी तस्करी मुख्य रूप से तंत्र साधना करने वाले साधको व तांत्रिको के हाथों ऊंचे दामों पर बेचा जाता है. भूटान व नेपाल में मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के हाथों भी बेचा जाता है. फिलहाल इस मामले में दो व्यक्तियों को जेल भेजा जा चुका है. अब इस मामले में फोरेंसिक जांच की तैयारी चल रही है.