Samastipur News:मोरवा : हलई थाना क्षेत्र के एक गांव से एक किशोरी अपने रिश्तेदार के यहां क्या निकली, मां बाप ने उसे अपनाने से ही इनकार कर दिया. कोर्ट की बात भी मां बाप ने नहीं मानी. मजबूर होकर कोर्ट को बालिका सुधार गृह भेजना पड़ा. क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों का कहना है कि बालिका सुधार गृह में रह रही बच्ची पर आखिर क्या बीत रही होगी कि जिस मां-बाप की गोद में पलकर वह बड़ी हुई एक गलती ने उसे उससे जुदा कर दिया. घटना के बारे में बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के एक गांव से करीब डेढ़ महीना पहले एक किशोरी निकली थी. मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा बताया जाता है. हालांकि किशोरी ने अपने रिश्तेदार के यहां जाने की बात कोर्ट में कबूल की. किशोरी के घर से निकलने के बाद उसके पिता के द्वारा हलई थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. जिसमें एक युवक को नामजद किया गया. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर ही रही थी कि पश्चिम बंगाल के वर्धमान में उस किशोरी के होने की जानकारी मिली. किशोरी को पुलिस ने बरामद करते हुए कोर्ट में बयान के लिए प्रस्तुत किया. किशोरी ने कोर्ट के सामने मां-बाप के साथ रहने की अर्जी दी. लेकिन मां-बाप ने ही उसे रखने से इनकार कर दिया. कोर्ट के द्वारा भी उस मां-बाप को निर्देश दिये गये कि बालिका को अपने साथ ले जाया जाएं लेकिन उसके मां-बाप ने कोर्ट के आदेश की अनसुनी करते हुए उसे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया. मजबूरी में कोर्ट ने पुलिस को उसे बालिका सुधार में भेजने के निर्देश दिया. जहां से उसे बालिका सुधार गृह भेजा गया है. इस बाबत जानकारी देते हुए मामले के अनुसंधान कर्ता एएसआई संजय कुमार सिंह के द्वारा बताया गया कि मामले को लेकर छानबीन की गई थी. किशोरी ने अपनी स्वेच्छा से अपने रिश्तेदार के यहां जाने की बात कही थी. लेकिन उसके मां-बाप ने उसे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया है. इस बात की जानकारी क्षेत्र के लोगों को मिली तो लोगों ने उसके संपर्क साधते हुए बच्ची को अपने साथ रखने की सलाह दी. लेकिन, फिलहाल वह अपने जिद पर अड़ा है. बालिका सुधार गृह में रहने को मजबूर हो रही है.
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