समस्तीपुर . शहर के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लगुनियां सूर्यकंठ में मुस्कान जिला नशामुक्ति केंद्र के तत्वावधान में नशा मुक्ति एवं बिहार की सांस्कृतिक पहचान को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर विद्यालय के वर्ग 8 के छात्र-छात्राओं ने छठ महापर्व से संबंधित झांकी प्रस्तुत कर मनमोह लिया. छठ पर्व से संबंधित कुल पांच गीतों पर बच्चियों ने एक से बढ़कर एक नृत्य की प्रस्तुति दी. शिक्षकों के सहयोग से इसके लिए विद्यालय परिसर में बाकायदा छठ घाट का निर्माण भी किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाध्यापक सौरभ कुमार ने कहा कि छठ महापर्व बिहार की सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा हुआ है. सांस्कृतिक विरासत को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचने में शिक्षकों का योगदान महत्वपूर्ण है. नशामुक्ति पर चर्चा करते हुए मुस्कान डीडीएसी के प्रोजेक्ट मैनेजर सामीर रजा खान ने कहा कि नशा हमारे जीवन का नाश करता है. हमें स्वयं भी इससे बचना चाहिए तथा दूसरों को भी इस लत से निकलने में मदद करनी चाहिए. इसको लेकर सीपीएलआई के माध्यम से पीयर एजुकेटरों व वोलेंटियरों के सहयोग से किशोरों को नशा से दूर रखने का काम किया जा रहा है. इसके साथ ही बच्चों को जीवन कौशल से जुड़े विभिन्न रचनात्मक सोच की कला को तराशने का काम किया जा रहा है. कार्यक्रम की तैयारी में लगी शिक्षिकाओं को इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिए साधुवाद दिया. कार्यक्रम का नेतृत्व शिक्षिका अभिलाष हरि ने किया. जबकि शिक्षिका नीतू राय, शर्मा सुषमा एवं बबीता ने बढ़ चढ़कर सहयोग किया. इस अवसर पर नशा मुक्ति केंद्र के पीयर ग्रुप से जुड़े बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया. भाग लेने वाले बच्चों में दिव्यांशी, नैन्सी, अंजली, कनक, रितु, नितिन, कुंदन, अनुराग, युवराज, अमित आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मौके पर वरीय शिक्षिका पूनम सिन्हा, फरहत परवीन, वंदना, शिक्षक चंदन एवं सत्येंद्र, शिक्षसेवक पूनम, सीपीएलआई के राहुल कुमार सिंह, केएम पाठक आदि मौजूद थे.
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