मोहिउद्दीननगर : प्रखंड के प्लस टू हाई के परिसर में आयोजित नौ दिवसीय रामकथा के श्रवण को लेकर मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमर पड़ी. अयोध्या से पधारे कथा वाचक पंडित शेषनारायण ने व्यासपीठ से कथा कहा कि राम स्वयं करुणानिधान व करुणा के सागर हैं. जो उनका सहारा ले ले लेता है, वह भवसागर से पार हो जाता है. राम सुधारने की बात नहीं करते, वह स्वीकारते हैं. खुद को सुधारो, दूसरों को स्वीकार करो. सबको जोड़ना राम की विचारधारा है. रामकथा हमें जड़ता से निकालकर मनुष्यता प्रदान करती है. संसार में जो प्राप्त है, वहीं पर्याप्त है. प्रभु श्री राम का जीवन चरित्र आज भी हम सबको मर्यादित रहने की प्रेरणा देता है. उनकी कथा भारतीय संस्कृति की मधुरता, सामाजिक सौहार्द, परिवार की जिम्मेदारी तथा सबके प्रति सम्मान के आदर्श गाथा है हमें इस आदर्श को जीने का प्रयास करना चाहिए इससे हमारा देश विश्व गुरु होगा और सच्चे अर्थ में राम राज्य की स्थापना होगी. हवन पूजन के साथ नौ दिवसीय राम कथा की पूर्णाहुति हुई. इस मौके पर अनिकेत चांडक, अनिता चांडक, सुधीर चौधरी, मनोज चांडक, साह,रामबाबू साह, सन्नी शर्मा, कौशल पोद्दार, गंगा चौधरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष रितेश चौधरी, राजीव झा, अमरनाथ राय, नवल किशोर राय, सुदामा महतो की सक्रियता देखी गई.
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