विभूतिपुर : थाना क्षेत्र के आलमपुर कोदरिया स्थित बीबी पोखड़ किनारे अवस्थित राम जानकी ठाकुरबाड़ी से रविवार की रात चोरों अष्टधातु निर्मित लाखों रुपये मूल्य की मूर्तियों को चुरा लिये. चोरी गयी मूर्तियों में राम, लक्ष्मण, सीता, बाल-गोपाल व गणेश के अलावा सभी देवताओं के मुकुट व पुजारी का गैस सिलेंडर व बर्तन शामिल हैं. बताया जाता है कि रविवार की रात पुजारी सुनील कुमार राम उर्फ सुनील शरण भगवान की संध्या आरती कर भोग लगाया. भगवान को शयन विश्राम कराकर अपने घर चला गया. सोमवार की सुबह पांच बजे जब वह ठाकुरबाड़ी पहुंच कर गेट खोला, तो देखा कि मंदिर की खिड़की टूटी हुई है. सभी मूर्तियां गायब हैं. उसके रसोईघर का सामान बिखड़ा पड़ा है. गैस सिलेंडर भी गायब है. पुजारी इन दृश्यों को देख कर मूकबधिर सा हो गया. इसी बीच चोरी की भनक सुनकर ग्रामीण जुटने लगे. लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय थाना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है. इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष आनंद कुमार कश्यप ने बताया कि पुजारी का आवेदन मिला है. जिसमें अज्ञात चोर को आरोपित किया गया है. पुलिस विभिन्न बिन्दुओं पर जांच कर रही है.
पूर्व में भी होती रही है मंदिरों में चोरी
थाना क्षेत्र में आलमपुर कोदरिया स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी में हुई चोरी की घटना पहली नहीं है. पूर्व में भी थाना क्षेत्र के ठाकुरबाड़ी में मूर्तियों की चोरी होती रही है. नरहन ठाकुरबाड़ी से चोरी गयी राधा-कृष्ण की मूर्ति को तो पुलिस ने बरामद कर लिया था लेकिन जमानतदार के अभाव में ये मूर्तियां मालखाना में वर्षों से कैद है. महथी बड़ी ठाकुरबाड़ी से चोरी गयी मूर्तियों को बरामद करने में पुलिस अब तक विफल रही है. जबकि इस चोरी की घटना में तो चोरों का विरोध करने पर गिरोह के सदस्यों ने सेवकदार की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. तत्कालीन थानाध्यक्ष अमित कुमार जिन्हें सरायरंजन थाने के नरघोघी मंदिर से चोरी गयी मूर्तियों को बरामद करने व तस्कर को गिरफ्तार करने को लेकर ख्याति मिली थी उनके द्वारा भी महथी की चोरी की घटना का खुलासा करना संभव नहीं हो पाया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है