समस्तीपुर . ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों से पासआउट होने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री के लिए विवि व कॉलेज का चक्कर नहीं लगाना होगा. विवि ने डिजिटल डिग्री देने प्रक्रिया पूरी कर ली है. मिली जानकारी के मुताबिक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नातक सत्र 2018-21, 2019-22 और 2020-23 के सभी उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के मूल प्रमाण-पत्र अब डिजी लॉकर पर अपलोड कर दिये गये हैं. अब इन तीनों सत्रों के स्टूडेंट्स अपने डिग्री/सर्टिफिकेट सीधे डिजिलॉकर ऐप या वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं. स्टूडेंट्स https://digilocker.gov.in या DigiLocker ऐप खोलें. लॉगिन करें (आधार या मोबाइल नंबर से). इसके बाद एजुकेशन सेक्शन में जाएं और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय चुनें. क्रमांक संख्या/पंजीकरण संख्या डालें. स्टूडेंट्स का डिग्री सर्टिफिकेट डाउनलोड हो जायेगा. अब इन तीन सत्रों के पास-आउट छात्रों को विश्वविद्यालय से अलग से प्रमाण पत्र लेने की आवश्यकता नहीं है. छात्र-छात्राओं को डिजिलॉकर पर प्रमाणपत्र अपलोड होने के कई फायदे मिलेंगे. एक तो उन्हें प्रमाणपत्र के लिए विवि या कॉलेज का चक्कर नहीं काटना होगा. उच्च शिक्षा के लिए दूसरे संस्थान में जाने पर प्रमाणपत्र का सत्यापन डिजिलॉकर से ही हो जायेगा. नौकरी के समय प्रमाणपत्र के सत्यापन के लिए विवि को डिग्री की प्रति नहीं भेजनी होगी. इससे समय भी बचेगा और प्रक्रिया भी जल्दी पूरी होगी. छात्र-छात्राओं को दोहरा भुगतान भी नहीं करना होगा. समस्तीपुर काॅलेज समस्तीपुर के प्रधानाचार्य डा. शशि भूषण कुमार शशि ने कहा कि डिजिलाकर एक भारतीय ऑनलाइन सेवा है. यह भारत सरकार का राष्ट्रीय पोर्टल पर है. पिछले दिनों विश्वविद्यालय ने इस पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. उसके बाद विश्वविद्यालय का वेरीफिकेशन किया गया. डिजिलॉकर की सुविधा मिलने से छात्र-छात्राओं को अपने साथ सर्टिफिकेट को ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वे अपने यूजर आइडी और पासवर्ड से इसे डाउनलोड कर सकेंगे. साथ ही डिग्री का सत्यापन भी आसान हो गया है. इससे समय की बचत होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

