मोरवा . प्रखंड क्षेत्र के सबसे पुराने विद्यालयों में शुमार मध्य विद्यालय बांदे एक सौ साल का हो गया. बताया जाता है कि 1925 में इसकी स्थापना हुई थी. मंगलवार को समारोहपूर्वक शताब्दी वर्ष मनाया गया. दीप प्रज्वलित कर इसका उद्घाटन प्रमुख सान्या नेहा ने किया. अध्यक्षता प्रधानाध्यापक अभिनंदन व संचालक राजीव कुमार ने की. मौके पर बड़े पैमाने पर लोगों को सम्मानित किया गया. वहीं सेवानिवृत हुए शिक्षिका विभा कुमारी को भावभीनी विदाई दी गई. इस मौके प्रवक्ताओं ने अंग्रेज के जमाने की इस विद्यालय की उपलब्धि और उत्तरोत्तर हो रहे विकास की चर्चा की. लोगों का कहना था कि यह विद्यालय कई उतार चढ़ाव देखे हैं. 1971 में इसे सरकार की मान्यता मिली थी. विद्यालय के बच्चों के द्वारा समारोह में कई तरह के लोक कला का प्रदर्शन किया गया. सरस्वती वंदना में झूमती हुई बच्चियों ने लोगों को ताली बजाने को मजबूर कर दिया. जानकी शरण सिंह के द्वारा इस विद्यालय के लिए जमीन प्रदान किया गया था. तब से लेकर आज तक इस विद्यालय की उपलब्धि काफी बड़ी रही है. मौके पर निभा कुमारी, शशिभूषण पांडेय, रामचंद्र राय, संजीव आर्य, गोपाल झा, दीपक कुमार, कविता कुमारी, चुनचुन कुमारी, श्यामली सिंह, अंशिका यादव, प्रिया श्रीवास्तव, रजनीश कुमार, अजय कुमार, प्रदीप नारायण सिंह, कमरे आलम, मनोज कुमार शर्मा, रेखा देवी, मनोहर सिंह, प्रेम कुमार पांडेय, अनुज कुमार मौजूद थे.
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