Bank robbery exposed:समस्तीपुर: नगर थाना क्षेत्र के काशीपुर मोहल्ला स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र में बीते 7 मई को हुई भीषण डकैती मामले में जिला पुलिस की एसआइटी व डीआईयू टीम ने पटना एसटीएफ के सहयोग से छापेमारी कर दो लाख के एक इनामी बदमाश सहित चार अपराधियों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपितों की पहचान सीमावर्ती वैशाली जिला के विदुपुर थाना क्षेत्र के खिलवतपुर निवासी वीर बहादुरसिंह के पुत्र करमवीर कुमार उर्फ धर्मवीर कुमार उर्फ देखमुख भाई, मथुरा गांव के किशुनदेव सिंह के पुत्र रविश कुमार, नावानगर के सुबोध कुमार के पुत्र बिट्टू सोनार और समस्तीपुर के चकमेहसी थाना क्षेत्र के बेलसंडी निवासी रविन्द्र प्रसाद सिंह के पुत्र रणधीर कुमार उर्फ बबलू के रुप में बताई गई है. आरोपितों के पास पुलिस ने 958.20 ग्राम सोना का आभूषण, 19 हजार 200 रुपये नकद, 3 पिस्तौल, 8 कारतूस, घटना में प्रयुक्त एक बाइक, एक कार बरामद किया. शनिवार को नगर थाना में प्रेस वार्ता कर एएसपी संजय पाण्डेय ने मामले का पर्दाफाश किया. बताया कि गिरफ्तार आरोपित एक संगठित गिरोह के बदमाश है, जो समस्तीपुर, वैशाली सहित आसपास के जिलों में रेकी कर बैंक और स्वर्णाभूषण दुकान को निशाना बना रहा था. पिछले 7 मई को उक्त आरोपितों ने नगर थाना क्षेत्र के काशीपुर मोहल्ला स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र में धावा बोलकर डकैती की भीषण घटना को अंजाम दिया. अपराधियों ने बैंक कर्मियों को बंधक बनाकर करीब बैंक में गोल्ड लोन के रखे 9.75 किलो स्वर्णाभूषण (अनुमानित कीमत 9 करोड़) और 15 लाख नकद लूट लिया. घटना के बाद पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा के निर्देश पर एसआइटी गठित की गई. पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर जांच और बैंक कर्मियों से पूछताछ की गई. इस क्रम में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य साक्ष्य एकत्र किया. जिसके आधार पर घटना में संलिप्त अपराधियों की पहचान हुई. इधर, वारदात के बाद बदमाश लूटे गए सामान और नकद लेकर भूमिगत थे.
आरोपितों के पास पुलिस ने 958.20 ग्राम सोना का आभूषण, 19 हजार 200 रुपये नकद, 3 पिस्तौल, 8 कारतूस, घटना में प्रयुक्त एक बाइक, एक कार बरामद
पुलिस ने तकनीकी और मानवीय आसूचना के आधार पर अपराधियों के छिपने का सुराग मिला. जिसके बाद पुलिस ने बदमाशों के संभावित ठिकानों पर दबिश बनाई और उक्त चार आरोपितों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपितों के पास से लूटे गए 958.20 ग्राम स्वर्णाभूषण और गलाया हुआ सोना , 19 हजार 200 रुपये नकद, 3 पिस्तौल, 8 कारतूस, घटना में प्रयुक्त एक बाइक, एक कार बरामद किया. पूछताछ में पकड़े गए सभी आरोपितों ने बैंक डकैती की इस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया और पूर्व के कई घटनाओं का राज भी खोला. साथ ही गिरोह में शामिल अपने अन्य सहयोगियों की पहचान भी बताई है. उसके आधार पर पुलिस ने घटना में संलिप्त गिरोह के अन्य बदमाशों की तलाश में जुट गई है. एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपितों का पूर्व से भी अपराधिक इतिहास रहा है. वैशाली जिला के धर्मवीर उर्फ कर्मवीर दो लाख का इनामी बदमाश था. छापेमारी दल में एएसपी संजय पाण्डेय, सदर अंंचल निरीक्षक संदीप कुमार, नगर थानाध्यक्ष शिवकुमार यादव, टेक्निकल सेल के पुनि चंद्रकेतु, शिवपूजन कुमार, ताजपुर थानाध्यक्ष शनि कुमार मौसम, मुसरीघरारी थानाध्यक्ष फैजुल अंसारी, सरायरंजन थानाध्यक्ष प्रताप कुमार सिंह, अंगारघाट थानाध्यक्ष दिव्यज्योती, नगर थाना के दारोगा योगेन्द्र सिंह, प्रवीण कुमार, शंभूनाथ सिंह, अमर कुमार, रिंकू कुमार, पुअनि अमित कुमार, धनंजय कुमार, सिपाही अखिलेश कुमार, अरविंद कुमार, केशव कुमार सिंह, संतोष कुमार, कुंदन चौधरी, अमरजीत कुमार, राजीव कुमार दास समेत सशस्त्र बल शामिल रहे.बैंक डकैती करने वाले अपराधियों ने दलसिंहसराय में एक स्वर्णाभूषण दुकान में लूट की रची थी साजिश, पुलिस की तत्परता से पकड़े गए सभी बदमाश
एएसपी संजय पाण्डेय ने बताया कि शहर के काशीपुर स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र में डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश लूटे गए स्वर्णाभूषण और नकद लेकर भूमिगत थे. जिला पुलिस के एसआइटी, डीआइयू और एसटीएफ बदमाशों की तलाश कर रही थी. इस दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली की बैंक लूट की वारदात करने वाले अपराधियों ने दलसिंहसराय थाना क्षेत्र में एक स्वर्णाभूषण दुकान से लूट का षडयंत्र बनाया है. पुलिस अपराधियों गतिविधि पर पैनी नजर बना रखी थी. इस क्रम में शुक्रवार को घटना को अंजाम देने की नियत से सभी बदमाश रुपौली जयमंगला गेट के सामने बसबारी में एकत्रित हुए थे. गिरोह के मास्टरमाइंड दीपक मुंशी अपराधियों को लाइन अप कर रहा था. इस दौरान पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एसआइटी, डीआइयू और आसपास के पुलिस थानों की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त स्थल पर घेराबंदी बनाई और चारों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.दीपक मुंशी ने बनाई थी डकैती की साजिश
एएसपी संजय पाण्डेय ने बताया कि शहर के काशीपुर मोहल्ला स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र में हुए डकैती का मास्टरमाइंड दीपक मुंशी है. वह समस्तीपुर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के वीरगामा का रहने वाला बताया गया है. उसी ने बैंक लूट का षडयंत्र रचा था और अपराधियों को एकत्रित किया था. घटना से पहले दीपक मुंशी ने कई दिनों तक बैंक की रेकी किया था. इसके अलावे घटनास्थल के आसपास के चकमेहसी थाना क्षेत्र बेलसंडी गांव के रणधीर कुमार भी लोकन लाइनर की भूमिका में था. घटनास्थल पर सीसीटीवी फुटेज में उसकी गतिविधि नजर आई थी.एएसपी ने बताया कि बीते 6 मई को भी अपराधियों ने बैंक लूट के लिए प्रयास किया था, लेकिन वह किसी कारण से विफल हो गया. दीपक मुंशी का पूर्व से भी अपराधिक इतिहास रहा है. समस्तीपुर और वैशाली जिले में कई लूट डकैती के मामलों में वांछित है. फिलहाल वह पुलिस की नजरों से दूर है. सूत्रों के अनुसार आरोपित दीपक मुंशी पहले समस्तीपुर कोर्ट में मुंशी का काम करता था.दो लाख का इनामी बदमाश है धर्मवीर उर्फ कर्मवीर, रिलायंस ज्वेलरी लूट में था शामिल
एएसपी ने बताया कि बैंक लूटकांड में गिरफ्तार वैशाली जिला के विदुपुर थाना क्षेत्र के खिलवतपुर निवासी वीर बहादुरसिंह के पुत्र करमवीर कुमार उर्फ धर्मवीर कुमार उर्फ देखमुख भाई दो लाख का इनामी बदमाश है. पिछले साल समस्तीपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर स्थित रिलायंस ज्वेलरी शोरुम में हुए डकैती की घटना को धर्मवीर उर्फ कर्मवीर गिरोह ने ही अंजाम दिया था. तब से वह पुलिस की नजरों से फरार था. गिरफ्तार आराेपित धर्मवीर उर्फ कर्मवीर वैशाली जिला के गंगाब्रिज, विदुपुर, बलिगांव, देसरी, समस्तीपुर के मुफस्सिल, सरायरंजन और पश्चिम बंगाल के रानाघाट नदिया थाना में एक दर्जन से अधिक लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट सहित अन्य मामलों में वांछित रह चुका है. पुलिस मुख्यालय से उसके विरुद्ध दो लाख का इनाम घोषित है.
घटनास्थल पर अपराधियों के साथ पहुंची पुलिस, क्राइम सीन रि-सीन
शहर के काशीपुर स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र में हुई डकैती मामले में पकड़े गए अपराधियों को लेकर शनिवार को पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. वहां एएसपी संजय पाण्डेय के नेतृत्व में क्राइम का रि सीन क्रिएट किया गया. इस दौरान पुलिस अभिरक्षा में आरोपितों ने घटनास्थल पर घटना के वक्त हुई क्राइम सीन के बारे में पुलिस को बताया की. साथ ही यह भी बताया कि घटना से पूर्व बदमाश बैंक के आसपास कहां रुके थे और किस तरह घटना को अंजाम दिया.पकड़े गए आरोपितों को रिमांड पर लेगी पुलिस, अपराध से अर्जित संपत्ति की होगी जांच
एएसपी ने बताया कि बैक लूट मामले में गिरफ्तार आरोपितों को पुलिस दुबारा रिमांड पर लेगी और उससे पूछताछ करेगी. इसके अलावे पकड़े गए आरोपितों के संपत्ति की जांच भी जाएगी. अगर वह अपराध से अर्जित संपत्ति हुई तो उसे विधि सम्मति प्रक्रिया के अनुरुप जब्त भी किया जाएगा.वैशाली के बिट्टु सोनार ने गलाया था लूटे गए स्वर्णाभूषण
एएसपी ने बताया कि बैंक लूट की घटना के बाद अपराधियों ने वैशाली जिला के बिदुपुर थाना क्षेत्र के नावानगर निवासी बिटटू सोनार को लूटे गए स्वर्णाभूषण को गलाने के लिए दिया था. उसे गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 658. 29 गला हुए सोना बरामद किया. वहीं रणधीर कुमार की निशानदेही पर 300 ग्राम सोना बरामद हुआ.गिरफ्तार आरोपितों का पूर्व अपराधिक इतिहास
बैंक आफ महाराष्ट्र डाकाकांड में गिरफ्तार आराेपित धर्मवीर उर्फ कर्मवीर वैशाली जिला के गंगाब्रिज, विदुपुर, बलिगांव, देसरी, समस्तीपुर के मुफस्सिल, सरायरंजन और पश्चिम बंगाल के रानाघाट नदिया थाना में एक दर्जन से अधिक लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट सहित अन्य मामलों में वांछित रह चुका है. पुलिस मुख्यालय से उसके विरुद्ध दो लाख का इनाम घोषित है. वहीं वैशाली जिला के रविश कुमार के विरुद्ध वैशाली जिला के विदुपुर, सदर, नगर, मुफस्सिल थाना में लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट के अलग अलग आठ मामलों में वांछित रह चुका है. समस्तीपुर के चकमेसही थाना क्षेत्र के बेलसंडी निवासी रणधीर कुमार ताजपुर, पूजा और चकमेहसी थाना में हत्या और आर्म्स एक्ट सहित आधा दर्जन मामलों में वांछित है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है