समस्तीपुर : जिला परिवहन पदाधिकारी विवेक चंद्र पटेल ने कहा है कि बार-बार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. इसको लेकर जिले में सघन वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा है. डीटीओ ने बताया कि परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने इसको लेकर दिशा निर्देश जारी किया है. उन्होंने बताया कि ओवरस्पीडिंग, रेड लाइट जंप करने, रैश ड्राइविंग, ओवरलोडिंग, बिना हेलमेट व सीट बेल्ट के वाहन चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. चालक द्वारा नियम का उल्लंघन करने पर दो बार उन्हें फाइन करके छोड़ दिया जायेगा. तीसरी बार में उनका लाइसेंस तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया जायेगा. वे तीन महीने तक गाड़ी नहीं चला सकेंगे. तीन महीने बाद उसके लाइसेंस को फिर से बहाल किया जायेगा. उसके बाद अगर चौथा और पांचवां केस आयेगा तो उस चालक का ड्राइविंग लाइसेंस हमेशा के लिये रद्द कर दिया जायेगा. जिन चालकों का लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा, वे एक साल तक नया लाइसेंस नहीं बनवा सकेंगे.
राज्य में यातायात नियमों के उल्लंघन करने वाले वाहनों चालकों पर परिवहन विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की गई
उन्होंने बताया कि राज्य में यातायात नियमों के उल्लंघन करने वाले वाहनों चालकों पर परिवहन विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की गई है. अप्रैल 2024 से अब तक, पुलिस, यातायात पुलिस की सिफारिशों के आधार पर 2,428 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किया गया हैं, जबकि 101 वाहन चालकों का लाइसेंस रद्द किया गया है. दुर्घटना में कमी लाने के लिये परिवहन विभाग के सचिव के निर्देश पर यह कार्रवाई चल रही है. उन्होंने वाहन चालकों से अपील की है कि वे यातायात नियमों का पालन करें, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. राज्य में पुलिस,ट्रैफिक की ओर से 1592 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित एवं 61 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा की गई थी, जिसमें 1586 वाहन चालकों का विभिन्न जिलों में जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित एवं 61 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की करने की कार्रवाई की गई है. पटना सहित विभिन्न जिलों में जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा 842 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित एवं 40 वाहन चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने बताया की जिलों में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरों की मदद से उल्लंघनकर्ताओं की पहचान की जा रही है. पुलिस और परिवहन विभाग संयुक्त रूप से वाहनों की नियमित जांच कर रहे हैं. लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है