Samastipur News:विभूतिपुर : थाना क्षेत्र के भुसवर स्थित रामजानकी ठाकुरबाड़ी से लूटी गयी करोड़ों रुपये मूल्य की मूर्तियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है. हालांकि इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. सूत्रों की मानें तो मूर्तियों की बरामदगी मोतिहारी जिले से की गई है. इसमें शामिल तीन तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. बताया जाता है कि इस घटना को अंजाम देने वाला मास्टर माइंड अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. घटना का लाइनर मंदिर के निकट का ही एक युवक बताया गया है. उसकी गिरफ्तारी के बाद कुछ लोग भी इस मामले के लपेटे में आ सकते हैं जिनकी भूमिका इस घटना को अंजाम देने वाले गिरोह को सहयोग करने में रही है. रविवार की सुबह मूर्तियों की बरामदगी की खबर जैसे ही गांव पहुंची लोग मंदिर पहुंच कर पूजा-पाठ में जुट गये. इस बरामदगी एवं गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाने वाले थानाध्यक्ष आनन्द कुमार कश्यप जैसे ही मंदिर पहुंच कर भगवान के दरबार में माथा टेका लोगों ने रामलला के जयकारों के बीच थानाध्यक्ष जिंदाबाद के नारे लगा कर उनका स्वागत किया. पुलिस सूत्रों पर यकीन करें तो मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. ग्रामीण गिरीश सिंह, मंदिर समिति के अध्यक्ष पूर्व मुखिया शिवदानी प्रसाद सिंह, स्थानीय मुखिया रणजीत कुमार महतो, निर्मल कुमार, शिवालिक सिंह, रणजीत डॉन आदि ने बताया कि जल्द ही गांव में एक समारोह आयोजित कर पुलिस प्रशासन को सम्मानित किया जायेगा. साथ जिस युवक ने लाइनर की भूमिका निभायी है उस परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा. इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीपीओ रोसड़ा सोनल कुमारी ने मूर्ति बरामदगी एवं तस्करों की गिरफ्तारी की पुष्टि करने से परहेज करते हुए कहा कि जल्द ही पीसी कर मामले का खुलासा किया जायेगा.
रामलला के साथ पुलिस की भी हो रहा जयजयकार
वरीय अधिकारियों के निर्देश की प्रतीक्षा की जा रही है. बताते चलें कि गत 13 अप्रैल की रात्रि पिस्तौल के बल पर पुजारी को कब्जे में लेकर बदमाशों ने राम, लक्ष्मण एवं सीता की मूर्तियों के साथ साथ मटरमला व मुकुट लूट लिया था. लूटी गई अष्टधातु मूर्तियां शतक वर्ष पूर्व की निर्मित थी. जिसका मूल्य करोड़ो में बताया जाता है. स्थानीय थाना में मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष शिवदानी प्रसाद सिंह के आवेदन के आधार पर मूर्ति चोरी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. जिसमें पुजारी पर संदेह व्यक्त किया गया था. पुजारी से पूछताछ कर उसे पुलिस ने छोड़ दिया था. जानकारों की मानें तो आधा दर्जन के करीब लोगों ने मिलकर लूट की इस घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त वाहन को भी जब्त कर लिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है