Samastipur News:समस्तीपुर : शहर के बारह पत्थर मोहल्ले में इस बार दुर्गा पूजा पर माता की प्रतिमा 16 फुट ऊंची तैयार की जा रही है. सजावट के साथ किसकी इतनी ऊंचाई होगी. मूर्तिकार पंकज कुमार इसे अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. वहीं श्रद्धालुओं को इस बार बारह पत्थर में भव्य पंडाल देखने को मिलेगा. दक्षिण भारत के मंदिर के तर्ज पर इस पंडाल को कारीगर तैयार करने में जुटे हैं. साल 2011 से साफ सफाई व्यवस्था में अव्वल रहने वाली यह समिति इस बार भी इस पर विशेष ध्यान दे रही है. इस बार समिति अपनी 25 वी वर्ष गांठ मना रहा है. मंदिर निर्माण के खर्च के बाद भी आयोजन भव्य होगा.
मैथिल परंपरा से होती है माता की पूजा
बारह पत्थर दुर्गा पूजा समिति में अजंता आर्ट के तर्ज पर प्रतिमा तैयार की जाती है. मिथिला परंपरा से मधुबनी से आए पंडित ब्रजकिशोर झा माता की पूजा अर्चना करते हैं. यहां माता को सप्तमी को हलवा, अष्टमी को खिचड़ी व नवमी तिथि को खीर, दसवीं को चूड़ा दही का भोग लगाया जाता है. यहां बली का निषेध है. पूजा के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए समिति की ओर से उपाध्यक्ष उमेश प्रसाद ने बताया कि यहां साल 2001 में पूजा परंपरा की शुरुआत की गई. भक्त सुरो पासवान ने सीने पर कलश स्थापित कर पूजा परंपरा शुरू की. जिसके बाद इसे लगातार किया जा रहा है.
15 सीसीटीवी कैमरा से होगी निगरानी
समिति ने भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इस बार 15 सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्णय किया है. इसके अलावा 25 स्वयं सेवक तैनात रहेंगे जो जगह-जगह भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे. महिला भक्तों की आवाजाही को लेकर महिला वालंटियर ही तैनात रहेंगे. वहीं समिति का कहना है कि भक्तगण कीमती जेवरात पहनकर आने से बचे. जिससे उन्हें असुविधा नहीं हो. वहीं समिति इस बार विधानसभा चुनाव के नजर चुनावी प्रचार-प्रसार से दूर ही रहेगी.
समिति एक नजर में
नाम शिव काली दुर्गा मंदिरस्थापना 2001
पूजा परंपरा मैथिलबलि प्रथा निषेध समिति सदस्य अध्यक्ष विजय कुमार पासवान, कोषाध्यक्ष विवेक कुमार, सत्यम कुमार, सचिव मंजय कुमार, उपाध्यक्ष उमेश प्रसाद, निगरानी अध्यक्ष विश्वनाथ पासवान, अजय कुमार चौधरी, मुन्ना चौधरी, गणेश झा, श्याम महतो, दिनेश प्रसाद, सुधीर, शिवानंद बमबम, दीपक कुमार आदि.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

