पुलिस. आवेदन के छह दिन बाद भी मामले की नहीं की जांच
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गाड़ी खराब होने पर महिला थाने की गति हो जाती धीमी
पुलिस. आवेदन के छह दिन बाद भी मामले की नहीं की जांच महिला उत्पीड़न के मामले में संवेदनशून्य बने पुलिस अधिकारी संघ ने भी नहीं उठायी आवाज समस्तीपुर : गाड़ी खराब थी, इसलिए नहीं गये हैं जांच को. यह कहना है जिले के महिला थाना के थानाध्यक्ष का. यह दर्शाता है कि महिलाओं के प्रति […]
महिला उत्पीड़न के मामले में संवेदनशून्य बने पुलिस अधिकारी
संघ ने भी नहीं उठायी आवाज
समस्तीपुर : गाड़ी खराब थी, इसलिए नहीं गये हैं जांच को. यह कहना है जिले के महिला थाना के थानाध्यक्ष का. यह दर्शाता है कि महिलाओं के प्रति अपराध को रोकने के लिए बनाये गये थाना के पदाधिकारी इसके लिये कितने सजग हैं. वह भी तब जब उनके थाना से घटनास्थल की दूरी महज एक किलोमीटर भी नहीं है. लेकिन थानाध्यक्ष घटना के सात दिन बाद भी इस दूरी को तय नहीं कर सके.
अब जबकि दुर्गापूजा की छुट्टियों को लेकर विद्यालय बंद हो चुके हैं तो आनेवाले दिनों में इस मामले की जांच की कोई संभावना भी नहीं है. पूरा घटनाक्रम जुड़ा है. शहर के ही गोल्फ फिल्ड मध्य विद्यालय से. जहां पदस्थापित एक शिक्षिका ने अपने ही एचएम पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मामले को थाना और विभागीय पदाधिकारियों तक पहुंचाकर न्याय की गुजारिश की है. लेकिन अब तक इस मामले में न तो पुलिस ने कोई कदम उठाया और न ही शिक्षा विभाग ने ही इसे कोई तबज्जो दी है. जिससे गुजारिश करने वाली शिक्षिका सकते में है. आखिर वह न्याय पाने के लिए जाये तो जाये कहां.
क्या है मामला
शहर के गोल्फ फिल्ड मध्य विद्यालय की शिक्षिका रेखा रानी ने सात दिन पूर्व विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। साथ ही इसकी लिखित सूचना डीइओ और महिला थाना को दिया था.
संघ ने भी साधी चुप्पी : हर सही और गलत मामले में आवाज़ बुलंद करने वाला शिक्षक संघ ने भी इस मामले में चुप्पी साध रखी है. यह कोई पहला मामला नहीं जब संघ मौन है इससे पहले भी चुनाव के समय तत्कालीन डीएम द्वारा एक शिक्षक को मारने और पिछले दिनों रोसड़ा में महिलाओं द्वारा एक प्रधानाध्यापक को थप्पड़ मारने और कल्याणपुर की एक शिक्षिका से प्रधानाध्यापक द्वारा दुर्व्यवहार के मामले में भी शिक्षक संघ सिर्फ मूकदर्शक की भूमिका में रहा है.
क्या कहते हैं डीइओ : समस्तीपुर के बीइओ को इस मामले की जांच के लिए निर्देश दिया गया है. जांच प्रतिवेदन के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.
समस्तीपुर : पुलिस पदाधिकारी पर होगी कार्रवाई : पुलिस अधीक्षक नवल किशोर सिंह ने कहा कि एक सप्ताह बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं होना गलत है. मामला उनके संज्ञान में नहीं था. इसकी प्राथमिकी दर्ज होगी. साथ ही, दोषी पुलिस पदाधिकारी पर कार्रवाई होगी.
प्रेमी पर प्राथमिकी के लिए भटक रही युवती
महिला थाने का यह इकलौता मामला नहीं है. पुलिस सूत्रों का बताना है कि हर मामले में पहले मोलजोल होता है उसके बाद ही प्राथमिकी और जांच की प्रक्रिया शुरू होती है. सूत्रों का कहना है कि कल्याणपुर थाना क्षेत्र की एक युवती ने 28 सितंबर को अपने प्रेमी सैफ के खिलाफ महिला थाने में
आवेदन दिया था कि शादी का झांसा देकर वह कई वर्षों से उसका शारीरिक शोषण कर रहा है. अब जब उसके पति साथ रखने को तैयार नहीं है तो वह भी शादी से इनकार कर रहा है. मंगलवार को भी पीड़ित युवती गांव के लोगों के साथ थाने पर डटी रही लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी. परिवार के लोगों ने बताया कि थानाध्यक्ष आरोपित को भी थाना पर बुलावा भेजा था लेकिन वह नहीं आया. इसके बावजूद ना तो प्राथमिकी दर्ज हो रही है और ना ही जांच.
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