समस्तीपुर : छह दिन के नवजात को लेकर 48 घंटे से एक महिला दर-दर भटक रही है. सदर अस्पताल में प्रसव कराने के बाद उसका प्रेमी उसे चकमा देकर फरार हो गया है. अस्पताल से छुट्टी के बाद न तो उसे मकान मालिक घर में घुसने दे रहा है और न ही ससुराल में प्रवेश की इजाजत है. घटना की जानकारी मिलने के बाद मुफस्सिल पुलिस उसे न्याय दिलाने में जुटी है.
ससुराल वाले उसे अपनाने को तैयार नहीं हैं. यह कहानी प्रेम में हारी उस लड़की की है जो दो वर्ष पहले अपने प्रेमी रितेश के लिए अपना सब कुछ छोड़ दिया. एक-दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खा कर दोनों गुजरात चले गये. गर्भ से होने के कारण वह तीन महीने पूर्व अपने प्रेमी पति के साथ गुजरात से लौट आयी. उसे ससुराल वालों ने घर में रखने से इनकार कर दिया़ इसके बाद वह प्रेमी के साथ मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के बी एलौथ में एक किराये के मकान में रहने लगी.
17 सितंबर की रात उसे प्रसव पीड़ा शुरू होने पर प्रेमी ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया. प्रसव के उपरांत चार दिनों तक प्रेमी ने अस्पताल में उसकी देखरेख की. शनिवार को वह घर से खाना लाने की बात कह कर निकला, तो फिर वापस नहीं लौटा. फोन करने पर ससुराल वालों ने मोबाइल पर पति से बात नहीं करने दी. इधर, अस्पताल से छुट्टी होने के बाद रविवार को वह अपने किराये के मकान में पहुंची, तो मकान मालिक रखने को तैयार नहीं हुआ.