समस्तीपुर : सदर अस्पताल के एक भी चिकित्सक ससमय ओपीडी नहीं पहुंचते हैं. जिस कारण मरीजों को परेशानी होती है और अस्पताल प्रशासन को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है़. इसका खुलासा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ़ एएन शाही ने अपने औचक निरीक्षण प्रतिवेदन में किया है़.
डीएस ने सिविल सर्जन को सौंपे गये जांच प्रतिवेदन में सभी चिकित्सकों के कार्यशैली का खुलासा किया है़ साथ ही साथ ओपीडी की स्थिति में सुधार के लिए लापरवाह व दोषी चिकित्सकों पर अनुशासनिक कार्रवाई करने की अनुशंसा भी की है़.
इसमें कहा गया है कि विगत दो अप्रैल को मरीज के परिजनों की शिकायत के उपरांत सीएस के आदेश पर उन्होंने अस्पताल प्रबंधक विश्वजीत रामानंद के साथ संयुक्त रूप से ओपीडी का औचक निरीक्षण किया था. निरीक्षण के दौरान 2 अप्रैल को सामान्य विभाग के ओपीडी कमरा संख्या 14 में डॉ़ पीडी शर्मा सुबह के आठ बजे से शुरू होने वाले ओपीडी में 9 बजे तक नहीं पहुंचे थे. मोबाइल द्वारा सूचित किये जाने के बाद 10:42 बजे वे ओपीडी पहुंचे.
वहीं इएनटी विभाग के कमरा संख्या 15 में डॉ़ नुजहत परवीन 9 बजे तक अनुपस्थित थीं. इन पर शायं काल की ओपीडी से भी गायब रहने का आरोप है़ शिशु विभाग के कमरा संख्या 2 में डॉ़ नागमणि राज सुबह के 8:45 बजे ड्यूटी पर उपस्थित हुए.
दंत विभाग के ओपीडी कमरा संख्या 3 में डॉ़ जेएल साहु 9 बजे पहुंचे थे वहीं डॉ़ सुलेखा अनुपस्थित थीं. सर्जरी विभाग के कमरा संख्या 5 के चिकित्सक डॉ़ जयकांत पासवान आकस्मिक अवकाश पर रहने के कारण नहीं पहुंचे थे. इनका कार्य डॉ़ नागमणि देख रहे थे. नेत्र विभाग के कमरा संख्या 6 में डॉ़ प्रीति कुमारी 9 बजे पहुंची थीं.
यक्ष्मा विभाग के कमरा संख्या 11 में डॉ़ बीके सिंह 9:20 में ड्यूटी पर उपस्थित हुए थे. स्त्रीरोग विभाग के ओपीडी में डॉ़ रेहाना खातुन 9 बजे उपस्थित हुई थीं. जबकि फिजियोथेरापी विभाग के चिकित्सक डॉ़ गुफरान एवं वंदना कुमारी 2 अप्रैल को सुबह के 9:30 बजे तक ओपीडी से अनुपस्थित थे. इधर, शनिवार को डीएस डॉ़ एएन शाही ने अस्पताल प्रबंधक के साथ दवा वितरण केंद्र का निरीक्षण किया़ निरीक्षण के दौरान दवा काउंटर की एक ए ग्रेड नर्स गायब मिली. बाद में 9:42 में पहुंचने पर उसे चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया.