स्थानीय लोग दहशत में सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित खंडहरनुमा पुराना आईबी भवन (इंस्पेक्शन बंगला) इन दिनों नशे की लत के शिकार युवाओं का अड्डा बनता जा रहा है. शाम ढलते ही यहां स्मैक, गांजा और नशीली गोलियों का सेवन करने वालों की महफिल सजने लगती है, जिससे आसपास के आम लोग, खासकर महिलाएं और बुजुर्ग, गंभीर रूप से परेशान हैं. भवन वर्षों से है बंद, बन गया अराजक गतिविधियों का केंद्र प्रखंड कार्यालय परिसर के अंदर स्थित यह पुराना भवन लंबे समय से बंद पड़ा है. अब यह खंडहर का रूप ले चुका है. टूटे दरवाजे, उखड़े छत और जंग लगी खिड़कियां इस बात की गवाही दे रही हैं कि इसकी देखरेख को लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं ली जा रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण यह स्थान अब अपराध और नशे के काले धंधे का केंद्र बन गया है. शाम होते ही जुटते हैं नशेड़ी युवक नगर परिषद क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाकों से आने वाले कई युवा लड़के रोजाना इस खंडहरनुमा भवन में इकट्ठा होते हैं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यहां स्मैक, सिगरेट, गांजा और कई अन्य नशीले पदार्थों का खुलेआम सेवन होता है. आवाजें, गालियां, लड़ाई-झगड़े और असामाजिक गतिविधियां आम बात हो गयी है. लोगों ने आरोप लगाया कि इस जगह से कभी-कभी अवैध लेन-देन और तस्करी जैसी गतिविधियां भी होती हैं. आसपास के लोग भयभीत, महिलाओं का निकलना मुश्किल आईबी भवन के निकट कई आवासीय मोहल्ले हैं. वहां के लोगों ने बताया कि रोज़ाना हो रही नशेड़ी गतिविधियों के कारण बच्चों और महिलाओं का बाहर निकलना दूभर हो गया है. शाम होते ही उन्हें दरवाज़े बंद करने पड़ते हैं और बच्चों को अकेले भेजने में डर लगता है. स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने प्रखंड प्रशासन से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि या तो इस भवन को दुरुस्त कर किसी विभाग को सौंपा जाये या फिर इसे ध्वस्त कर वहां सार्वजनिक उपयोग का कोई केंद्र, जैसे पुस्तकालय या सामुदायिक भवन बनाया जाये.
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