मॉनसून की पहली बारिश का कर रहे हैं लोग इंतजार सहरसा जेठ महीने की शुरुआत यूं तो अच्छी रही थी. लेकिन धीरे-धीरे जेठ महीने ने अपनी तपिश दिखानी शुरू कर दी है. पिछले दो दिन मौसम के सामान्य रहने के बाद मंगलवार से ही तेज गर्मी ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया. जो बुधवार को एक बार फिर से उफान पर पहुंच गया है. चिलचिलाती धूप से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. लोग दिन भर छांव की तलाश में रहने लगे हैं. राहगीर की नजर जहां पेड़ की छांव पर पड़ी, कदम रूक जा रहे हैं. हालांकि उमस भरी गर्मी से वहां भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है. धीरे-धीरे बेतहाशा गर्मी बढ़ती जा रही है. हालांकि मौसम विभाग ने निर्धारित समय से पूर्व मॉनसून प्रवेश की संभावना व्यक्त की है. लेकिन बढती गर्मी को देख ऐसा नहीं लगता कि मॉनसून समय से पूर्व आने वाला है. हालांकि जिले में मॉनसून का प्रवेश लगभग प्रतिवर्ष 14 से 16 जून के बीच होता रहा है. लेकिन मौसम विभाग इस बार सब कुछ सामान्य रहने पर इसके पहले आने की संभावना जता रहा है. पिछले दिनों जहां तापमान में कमी आयी थी. वहीं अब तापमान में काफी वृद्धि हो रही है. उमस में बढोत्तरी से पंखा एवं कूलर तक में चैन नहीं मिल पा रहा है. बुधवार को अधिकतम तापमान लगभग 37 डिग्री सेल्सियस पर रहा. लेकिन गर्म हवा से सडकों पर चलना कठिन रहा. वहीं मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक तापमान में वृद्धि की संभावना जतायी है. अगवानपुर कृषि विज्ञान केंद्र के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मॉनसून पूर्णियां के रास्ते ही आता है. मॉनसून की रफ्तार इसी तरह बनी रही तो 10 जून के बाद मॉनसून जिले में प्रवेश कर जायेगा. उन्होंने कहा कि तापमान में अगले तीन दिन बढोत्तरी की संभावना है. उन्होंने किसान से धान की बीज खेतों में डालने के लिए खेतों की तैयारी करने की सलाह दी.
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