समस्तीपुर रेल मंडल ने शुरू किया मोबाइल यूटीएस टिकटिंग प्रणाली पहले चरण में रक्सौल, जयनगर व दरभंगा में शुरू, सेंकेड फेंज में सहरसा जंक्शन सहरसा. टिकट काउंटर पर भीड़ हो, एटीवीएम पर भीड़ हो तो भी यात्री आसानी से टिकट ले सकेंगे. इसके लिए नई सिस्टम प्रयोग में लायी है. एक तरह से इसे चलता फिरता टिकट प्रणाली सिस्टम भी कहा जायेगा. स्टेशन पर आते ही यात्री चलते फिरते टिकट पा सकेंगे. समस्तीपुर रेल मंडल ने पहले चरण में मोबाइल यूटीएस टिकट प्रणाली की शुरुआत की है. इस चरण में रक्सौल, जयनगर, दरभंगा स्टेशन में इसकी शुरुआत की गई है. ऐसे में यात्रियों को अब अनारक्षित टिकट लेने में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. कुंभ में बगैर टिकट के यात्रियों का प्रवेश वर्जित है. ऐसे में यह सुविधा यात्रियों को और भी मदद करेगी. स्टेशन पर फिलहाल एक टीटीई को उक्त मशीन के साथ व्यवस्था दी गयी है. ऐसे करेंगे कार्य रेलवे की ओर से बुकिंग काउंटर के पास टीटीई घूमते रहेंगे. उनके गले में यूटीएस डिवाइस भी रहेगा. जिसके माध्यम से वह टिकट आवंटित कर सकेंगे. जिस यात्री को काउंटर में नहीं खड़ा होना है या किसी तरह की समस्या है, वह टिकट निरीक्षक के पास जायेंगे. जहां से उन्हें नगद राशि लेकर टिकट तुरंत मुहैया करा दी जायेगी. हालांकि यह सुविधा बुकिंग काउंटर के पास ही उपलब्ध होगी. अगर बगैर टिकट के प्लेटफार्म पर जायेंगे तो उन्हें जुर्माना लगेगा. टिकट अनारक्षित ही होगा. टीटीई पहचान के लिए उन्हें आई कार्ड पहले से रहता है. दूसरे चरण में सहरसा जंक्शन पहले चरण के बाद अब दूसरे चरण की बारी है. मार्च के अगले सप्ताह में यह प्रणाली सिस्टम सहरसा जंक्शन पर काम करने लगेगा. 14 मार्च को होली है. ऐसे में त्योहार से पहले और बाद में आने जाने वाले लोगों की भीड़ बढ़ेगी. रेल अधिकारियों की माने तो होली से पहले यह सुविधा की शुरुआत सहरसा जंक्शन पर कर दी जायेगी. ताकि यात्रियों को टिकट लेने में आसानी हो.
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