प्रखंड कार्यालय परिसर में सरकार के विरुद्ध की नारेबाजी सिमरी बख्तियारपुर. प्रखंड कार्यालय के मुख्य गेट पर बुधवार को अखिल भारतीय पासी समाज के आह्वान पर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम आयोजित किया गया. धरना का मुख्य उद्देश्य पासी समाज पर सरकार व एक्साइज पुलिस द्वारा हो रहे अत्याचार और जुल्म का विरोध करना था. इस मौके पर पूर्व मुखिया राजकुमार चौधरी ने कहा कि पासी समाज पर सरकार एवं एक्साइज पुलिस द्वारा जुल्म और शोषण हो रहा है. उन्होंने कहा कि 2016 में बिहार सरकार के द्वारा गलत मंशा के तहत ताड़ी पर प्रतिबंध लगाया गया और उसी दिन से पासी समाज पर अत्याचार और शोषण का शंखनाद हो गया है. आज पासी समाज के कई लोग जेल के अंदर बंद हैं. आज स्थिति ऐसी है कि पुलिस के कारण डर से ताड़ खजुर के पेड पर से पासी समाज के लोगो की गिरकर मौत हो रही है. जिस कारण माताओं व बहनों के मांग का सिंदूर मिटता जा रहा है. उन विधवाओं को मुआवजा तक नहीं जाता है. राजकुमार चौधरी ने बताया कि अखिल भारतीय पासी महासम्मेलन के आह्वान पर ताड़ी को शराब की श्रेणी से निकालने के लिए यह बड़ा आयोजन किया गया है. हमारी प्रमुख मांगों में ताड़ी बेचने वालों के लिए 10 लाख का इंश्योरेंस किया जाये. साथ ही शराब के श्रेणी से ताड़ी को मुक्त किया जाये. ताड़ी को कृषि का दर्जा दिया जाये. पासी समाज का जाति जनगणना फिर से की जाए. साथ ही पासी समाज पर हुए मुकदमा वापस लिया जाये. वहीं कार्यक्रम के बाद धरनार्थियों ने बीडीओ जयकिशन से मिलकर अपना मांग पत्र सौंपा. इस मौके पर तिलो चौधरी, सुमित चौधरी, बलराम चौधरी, सुमित चौधरी, मनोज चौधरी, दिलीप चौधरी, अर्जुन चौधरी, प्रमोद चौधरी, अभिमन्यु कुमार सहित अन्य मौजूद थे.
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