सहरसा. जिले के सभी 10 प्रखंडों में बुधवार को महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. यह कार्यक्रम बिहार सरकार की एक अनूठी पहल है. जो ग्रामीण विकास विभाग के दिशा-निर्देश में जीविका द्वारा संचालित हो रहा है. इस कार्यक्रम में जिले के गांवों व समाज में बदलाव की कहानियां सामने आ रही है. महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण महिलाएं ना केवल अपनी बात सरकार तक पहुंचा रही हैं. बल्कि अपनी आकांक्षाओं व समस्याओं को भी साझा कर रही हैं. सरकार को जहां अपनी योजनाओं की उपलब्धियों का आकलन करने का अवसर मिल रहा है. वहीं अब तक रह गयी कमियों को दूर करने के लिए महिलाओं की आकांक्षाओं का सीधा फीडबैक भी मिल रहा है. महिला संवाद कार्यक्रम 18 अप्रैल से लगातार चल रहा है व अब तक जिले के 1151 ग्राम संगठनों में सफलतापूर्वक संपन्न हो चुका है. इन आयोजनों में कुल दो लाख 87 हजार से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है. इस दौरान महिलाओं की ओर से 30 हजार से अधिक आकांक्षाएं प्राप्त हुई हैं. जिन्हें मोबाइल ऐप के माध्यम से दर्ज किया गया है. यह आंकड़ा ना केवल महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है. बल्कि समाज में बदलाव की एक मजबूत नींव का संकेत भी है. यह कार्यक्रम महिलाओं को उनके अधिकारों व योजनाओं की जानकारी प्रदान करने के साथ उन्हें जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने का भी कार्य कर रहा है. उन महिलाओं को जो अब तक समूह से नहीं जुड़ी थी समूह का हिस्सा बनाया जा रहा है. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना, उनकी आकांक्षाओं को समझना व उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़कर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है. मालूम हो कि यह कार्यक्रम जून के मध्य तक जारी रहेगा. जीविका सहरसा के कुल 1468 ग्राम संगठनों में महिला संवाद आयोजित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है.
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