पर्यटन विभाग डीजीएम ने मत्स्यगंधा झील का किया मुआयना, आज खुलेगा फिनांसियल बीड सहरसा . निजी कार्य के लिए शुक्रवार को मत्स्यगंधा स्थित कोसी विहार होटल पहुंचे पर्यटन विभाग के डीजीएम चंदन चौहान ने मत्स्यगंधा झील का भी मुआयना किया एवं रक्तकाली मंदिर में पूजा-अर्चना भी की. पर्यटन विभाग के डीजीएम के मत्स्यगंधा पहुंचने की लोगों को भनक लगी तो लोगों में झील के जीर्णोद्धार की आश बलवती हो उठी. इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों ने जब उनसे जानकारी चाही तो उन्होंने कहा कि वे निजी कार्य से सहरसा आये हैं. साथ ही मत्स्यगंधा झील का भी मुआयना किया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही यह क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण जगह बनने वाला है. इसके लिए केंद्र सरकार की योजना से विकास का कार्य होना है. इसका टेंडर प्रोसेस में है. जबकि फिनांसियल बीड शनिवार को खुलने वाला है. जिससे यहां का सौंदर्यीकरण का कार्य सहित अन्य कार्य किया जायेगा. इसके लिए लगभग एक सौ करोड़ की राशि केंद्र सरकार द्वारा स्वीकृत की गयी है. मालूम हो कि कोसी प्रमंडलीय मुख्यालय स्थित मत्स्यगंधा झील के वैश्विक स्तर पर पर्यटन स्थल बनाने को लेकर केंद्र सरकार ने लगभग एक सौ करोड़ की राशि स्वीकृत पूर्व में ही की गयी है. मत्स्यगंधा झील के पर्यटन स्थल में विकसित होने से जिले का विकास तेज गति से होगा. अब यहां राजगीर में बने ग्लास ब्रिज की तर्ज पर मत्स्यगंधा झील में ग्लास ब्रिज का निर्माण होना है. साथ ही सेंट्रल एंट्रेंस प्लाजा, सर्कुलर ग्लास ब्रिज, झील के चारों ओर घाट का निर्माण, एक्सपीरियंस सेंटर, शोरवेनियर शॉप, टॉयलेट ब्लॉक, शॉप्स, फूड कोर्ट एंड एडमिन ब्लॉक, हाट, पार्किंग, तीन एंट्रेंस गेट, प्रॉमिनेंट एलिवेटेड वॉक वे, ब्रिज, सेंट्रल स्टैचू, म्यूजिकल फाउंटेन एड लाइट एंड साउंड शो, ट्री ऑफ़ लाइट एंड सुपर ट्रीज, सेंट्रल पाउंड, परफॉर्मेंस स्टेज, सेल्फी प्वाइंट, मेला ग्राउंड, पाथवे एंड कैंपस डेवलपमेंट विथ लैंडस्केप बनेगा. इसके लिए 97 करोड़ 68 लाख रुपए की स्वीकृति दी गयी है. जिससे क्षेत्र का विकास तेज गति से होगा.
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