प्राक्कलन जांच समिति के चार सदस्यीय टीम ने की नगर-निगम घोटाले की जांच, पुनः होगी जांच सहरसा . नगर निगम के पूर्व आयुक्त अनुभूति श्रीवास्तव द्वारा डस्टबीन सहित अन्य सामाग्री की खरीद में किये गये घोटाले की जांच को लेकर प्राक्कलन जांच समिति की चार सदस्यीय टीम ने बुधवार को इसकी जांच की. उन्होंने निगम कार्यालय पहुंचकर संबंधित विषय पर जानकारी ली. अधीक्षण अभियंता हरेन्द्र कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में सहायक अभियंताण प्रभाष अभिषेक, अखिलेश कुमार सहित पांच सदस्यीय टीम शामिल थे. उन्होंने कहा कि नगर निगम में हुए घोटाले की जांच करने के लिए नगर निगम कार्यालय आए हैं. लेकिन आने का प्लान निश्चित नहीं था. नगर आयुक्त से पत्राचार के माध्यम से बात हुई थी. उनके बाहर चले जाने के कारण नगर आयुक्त से मुलाकात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि पूर्व नगर आयुक्त अनुभूति श्रीवास्तव द्वारा किये गये क्रय में भारी अनियमितता का मामला है. जेम पोर्टल पर किये गये शिकायतकर्ता के अनुसार 70 से 80 करोड़ का घोटाला किया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि अभिलेख उपलब्ध नहीं है. अभिलेख उपलब्ध होते ही मामले की सही से जांच की जायेगी. उन्होंने कहा कि जांच हो रही है व बहुत जल्द सच्चाई सामने आयेगी. उन्होंने कहा कि पूर्व नगर आयुक्त द्वारा पासवर्ड लॉगिन प्राप्त हुआ है. जांच टीम ने नगर निगम परिसर में रखे डस्टबिन व प्लास्टिक के बाल्टियों की भी जांच कर देखा. उन्होंने कहा कि इसे देखने एवं छूने से ही इसकी क्वालिटी की पता चलता है. कार्यालय द्वारा अभिलेख उपलब्ध होने पर इसकी विस्तृत जांच कर सरकार को प्रतिवेदन भेजा जायेगा. मालूम हो कि नगर निगम के प्रभारी नगर आयुक्त अनुभूति श्रीवास्तव द्वारा गलत रूप से विशेष संवेदक के साथ सांठगांठ कर बाजार मूल्य से 10 गुना अधिक दर पर सामग्री क्रय करने को लेकर आरडी इंटरप्रन्योर दहलान हाउस दहलान चौक ने नगर विकास एवं आवास विभाग सचिव को पत्र प्रेषित कर जांच की मांग की थी. जिस आलोक में नगर विकास एवं आवास विभाग के परियोजना पदाधिकारी सह अपर निदेशक ने पांच सदस्यीय कमेटी का गठन करते जांच की जिम्मेदारी दी थी. कमेटी में अधीक्षण अभियंता उड़न दस्ता प्रकोष्ठ हरेंद्र कुमार उपाध्याय, कार्यपालक अभियंता उड़नदास्ता प्रकोष्ठ मुरलीधर प्रसाद, आईटी प्रबंधक पंकज कुमार, उड़नदास्ता प्रकोष्ठ उत्तर बिहार एक सहायक अभियंता प्रभास अभिषेक व उड़नदस्ता पर प्रकोष्ठ दक्षिण बिहार सहायक एक सहायक अभियंता अखिलेश कुमार को जांच की जिम्मेदारी सौंप गयी. आरडी इंटरप्रेन्योर दहलान हाउस दहलान चौक ने किसी विशेष संवेदक के साथ सांठगांठ कर बाजार मूल्य से 10 गुना अधिक दर पर सामग्री क्रय करने एवं जेम पोर्टल के नाम पर लगभग 70 से 80 करोड़ से भी अधिक रुपया का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है.
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