बंगाली बाजार रेलवे फाटक संख्या 31 का मामला, दिल्ली से सहरसा पहुंचा था कंटेनर, चालक गिरफ्तार, कंटेनर जब्त सहरसा. दिल्ली से सहरसा पहुंची माल से लदा कंटेनर अधिक हाइट के कारण बंगाली बाजार रेलवे फाटक संख्या 31 पर हाइ गेज में अचानक फंस गया. जिस वजह से मानसी और सुपौल से आने वाली पैसेंजर ट्रेन फंस गयी. दोनों ट्रेन को होम सिग्नल पर रोक दिया गया. सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम में अफरा-तफरी मच गयी. तुरंत स्टेशन मास्टर और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद कंटेनर को हाई गेज से छुड़ाने की काफी मशक्कत की गयी, लेकिन कंटेनर के ओवरलोड होने के कारण हाइट अधिक थी, जो उसमें पूरी तरह से फंस गया था. इसके बाद कंटेनर के सभी चक्का की हवा निकाली गयी, जिसके बाद कंटेनर की हाइट कम हुई. करीब 40 मिनट तक इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन अवरुद्ध रहा. वहीं मामले में आरपीएफ ने कंटेनर चालक को गिरफ्तार कर कंटेनर को जब्त कर लिया. कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई के लिए मामला खगड़िया रेल न्यायालय को अग्रसारित किया गया. दिल्ली से सहरसा पहुंचा था कंटेनर मिली जानकारी के मुताबिक माल से लदा कंटेनर दिल्ली से सहरसा पहुंचा था. रविवार रात्रि 11: 50 जब कंटेनर डुमरेल की ओर जाने के लिए बंगाली बाजार रेलवे फाटक संख्या 31 पर जैसे ही पहुंचा. कंटेनर पर माल अधिक लोड होने की वजह से हाइट अधिक थी. जिससे कंटेनर रेलवे ट्रैक से पहले हाई गेज में फंस गया. इस दौरान सुपौल से सहरसा 75268 मालगाड़ी और समस्तीपुर से सहरसा आने वाले 75288 पैसेंजर ट्रेन के आने का समय हो गया था. कंटेनर फंसने की वजह से फाटक बंद नहीं हो रहा था. इस वजह से मालगाड़ी को होम सिग्नल पर रोक दिया गया. समस्तीपुर से सहरसा आने वाली पैसेंजर ट्रेन को सर्वा रेलवे फाटक होम सिग्नल पर रोक दिया गया. वहीं रात्रि 12 बजे कंट्रोल रूम से सूचना मिलते ही आरपीएफ सब इंस्पेक्टर महेश कुमार सिंह, कांस्टेबल साहब कुमार, स्पेशल मास्टर आशीष कुमार सहित संबंधित विभाग की टीम मौके पर पहुंची. जिसके बाद कंटेनर को छुड़ाने की काफी कोशिश की गयी. अंत में कंटेनर के सभी चक्का का हवा निकाल दिया गया. जिससे कंटेनर की हाइट कम हुई और कंटेनर को आगे बढ़ाया गया. रात्रि 12:30 बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका. वहीं मामले में आरपीएफ ने कंटेनर चालक दीपक कुमार पिता बलबीर सिंह एटा उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया. वहीं कंटेनर को भी जब्त कर लिया गया. सोमवार को खबर लिखे जाने तक आगे की कार्रवाई चल रही थी. हाई गेज से 4.70 मीटर तक वाहन कर सकता है प्रवेश यहां बता दें कि रेलवे ट्रैक के ऊपर से हाई वोल्टेज ओवरहेड तार गुजरी है. ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेलवे फाटक के पहले दोनों और 5 मीटर से अधिक हाइट का हाई गेज लगा दिया जाता है, ताकि सुरक्षा की दृष्टिकोण से करीब 4.70 मीटर हाइट तक कोई भी वlहन आसानी से निश्चित हाइट तक ही आर पार कर सके और कोई भी वlहन उसमें नहीं फंसे. नियम तोड़ने वाले के विरुद्ध रेल के तहत कानूनी कार्रवाई भी होती है.
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