एचपीवी वैक्सीन लगाए जाने के बाद लगभग 30 छात्राएं हो गयी बेहोश इलाज के बाद हालत में सुधार, अभिभावकों ने लगाया लापरवाही का आरोप सत्तरकटैया. प्रखंड के विशनपुर पंचायत स्थित मध्य विद्यालय आरण में शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा एचपीवी वैक्सीन लगाए जाने के बाद अचानक बड़ी संख्या में छात्राएं बेहोश हो गयी. देखते ही देखते विद्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. मौके पर मौजूद शिक्षकों ने आनन-फानन में बेहोश छात्राओं को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र की सहायता से एंबुलेंस के जरिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां फिलहाल सभी छात्राओं का इलाज जारी है व सभी किशोरी खतरे से बाहर है. घटना की जानकारी मिलते ही परिजन भी अस्पताल पहुंच गये और पूरे परिसर में हंगामा की स्थिति उत्पन्न हो गयी. बताया जाता है कि इंजेक्शन देने के बाद छात्राएं एक के बाद एक बेहोश होती चली गयी. जिससे विद्यालय में भगदड़ जैसी स्थिति बन गयी. कैसे हुई घटना विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनोद राम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम पंचगछिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से आयी थी. टीम द्वारा विद्यालय में मौजूद 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग की किशोरियों को एचपीवी वैक्सीन लगाना शुरू किया गया. यह टीका सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए लगाया जाता है. करीब 70 छात्राओं को टीका देने की योजना थी, प्रारंभ में कुछ छात्राओं को इंजेक्शन दिया गया, लेकिन थोड़ी ही देर में कई छात्राएं चक्कर खाकर गिर पड़ीं व बेहोश हो गयी. एक के बाद एक लगभग 30 छात्राएं बेहोश हो गयी और विद्यालय में अफरा-तफरी मच गयी. घटना के बाद मची अफरा-तफरी छात्राओं के बेहोश होने की सूचना मिलते ही विद्यालय परिसर में अभिभावक पहुंचने लगे. कुछ अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लापरवाही का आरोप लगाया. भीड़ बढ़ती देख विद्यालय प्रशासन ने तुरंत एम्बुलेंस बुलवाया और सभी छात्राओं को सदर अस्पताल भेजा गया. बीमार छात्रा के आने से सदर अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया. सदर अस्पताल में भर्ती छात्रा तराना खातून, प्रियंका, रानी कुमारी, रितु कुमारी, शिवरानी कुमारी, पूजा, अंजली कुमारी, अजमेरी, सिंकी कुमारी, सोनाक्षी कुमारी समेत अन्य शामिल है, किशोरी के परिजन मोहम्मद यूसुफ ने बताया कि डॉक्टर की टीम स्कूल आयी और कहा कि बच्चे सब को इंजेक्शन पड़ेगा. इस इंजेक्शन से कई बीमारी ठीक होते हैं. उसके बाद जब बच्चे को इंजेक्शन दिया तो एक बच्ची बेहोश हो गयी. दूसरी बच्ची को दिया वी भी बेहोश गयी. लगभग दो क्लास के बच्चे को इंजेक्शन दिया. उसके बाद सभी बच्चे बेहोश गये और स्कूल में हंगामा हो गया. तकरीबन 30-35 बच्चे बेहोश गये. प्रिंसिपल की अनुमति से सबको इंजेक्शन दिया गया. उनको समझना चाहिए जब एक इंजेक्शन देने से बच्चे बेहोश हो रहे हैं तो उनको रोकना चाहिए, इस मामले में पूछने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार मंडल ने बताया कि इंजेक्शन के भय से कुछ बच्चे पैनिक हो गये थे. जानकारी मिलते ही पहुंचे डीएम व एसपी घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन व स्वस्थ महकमा सक्रिय हो गया. बच्चियों के इलाज के लिए चिकित्सक व कर्मी सभी बच्चों के इलाज में लग गये. जिला पदाधिकारी दीपेश कुमार, पुलिस अधीक्षक हिमांशु व सिविल सर्जन अस्पताल पहुंच कर भर्ती किशोरी का हाल चाल लिया व किशोरी के समुचित इलाज का निर्देश दिया. जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हिमांशु करीब एक घंटे तक अस्पताल में रहे, जब तक कि किशोरियों को होश नहीं आया. जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने बताया कि एचपी वायरस सरवाइकल कैंसर का इंजेक्शन होता है. वही दिया गया था उनलोगों को. 15 बच्चे यहां आये है और 14 बच्चों को होश आ गया है. डॉक्टर ने बताया कि बहुत जल्द बच्चे सब ठीक हो जायेंगे.
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