सहरसा नगर : मैथिली साहित्य के लिए कई वर्ष पूर्व साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित डॉ शेफालिका वर्मा को इस वर्ष मिथिला रत्न सम्मान से नवाजा गया है.
विगत बुधवार को मुम्बई में आयोजित बारहवें अन्तराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन के अवसर पर उन्हें प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र और प्रतीक चिह्न मुंबई महानगरपालिका की पार्षद पुतुल रवीन्द्र झा ने भेंट की. मौके पर बिहार सरकार के मंत्री रामेश्वर हजारी, महाराष्ट्र एवं बिहार विधानसभा के कई सदस्य उपस्थित थे. शेफालिका वर्मा सहरसा जिलान्तर्गत नवह्ट्टा प्रखण्ड के डुमरा गांव की रहने वाली हैं. स्थानीय सर्वनारायण सिंह कालेज में प्राध्यापक रह चुकी हैं.
मैथिली में दर्जनों किताबे लिख चुकी वर्मा फिलहाल दिल्ली में रहती हैं. एकटा अकाश, किश्त किश्त जीवन आदि इनकी चर्चित रचनाओं मे शुमार है. स्थानीय रमेश झा महिला कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ रेणु सिंह, एमएलटी कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ केपी यादव, एसएनएस की प्रधानाचार्या डॉ लालपरी देवी, रिटायर्ड प्रधानाचार्य डॉ रामबहादुर सिंह रमण, उषा सिंह, डॉ पीके सिंह, डॉ एलएन झा ने इसे जिले के लिए गौरव का विषय बताया है.