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मां काली की पूजा को उमड़े श्रद्धालु

मां काली की पूजा को उमड़े श्रद्धालु फोटो – काली 23 – चांदनी चौक स्थित मां काली की प्रतिमाफोटो – काली 24 – रिफ्यूजी कॉलोनी में पूजा के लिए लगी श्रद्धालुओं की भीड़फोटो – काली 25 – सिमरी बख्तियारपुर के हटियागाछी में बनायी गयी मां की प्रतिमालगी रही श्रद्धालुओं की भीड़प्रतिनिधि, सहरसा सिटी मंगलवार की […]

मां काली की पूजा को उमड़े श्रद्धालु फोटो – काली 23 – चांदनी चौक स्थित मां काली की प्रतिमाफोटो – काली 24 – रिफ्यूजी कॉलोनी में पूजा के लिए लगी श्रद्धालुओं की भीड़फोटो – काली 25 – सिमरी बख्तियारपुर के हटियागाछी में बनायी गयी मां की प्रतिमालगी रही श्रद्धालुओं की भीड़प्रतिनिधि, सहरसा सिटी मंगलवार की मध्य रात्रि मां काली की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही मां काली का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंडितों ने प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा किया. पट खुलते ही बुधवार की सुबह शहर के रिफ्यूजी कॉलोनी, नया बाजार व चांदनी चौक स्थित काली मंदिरों में पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. खासकर महिला श्रद्धालु की अच्छी खासी भीड़ मंदिरों में नजर आयी. वही शाम में महिला व युवती दीप व अगरबत्ती के साथ मंदिर पूजा के लिए पहुंची. श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए मेला कमेटी के लोग तत्पर रहे. 44 वर्षों से होती है पूजा सहरसा-बनगांव मुख्य मार्ग स्थित रिफ्यूजी चौक स्थित काली मंदिर में प्रत्येक वर्ष माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. मेला कमेटी के अध्यक्ष सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि 44 वर्ष पूर्व परिमल घोष ने पहली बार चौक पर झोपड़ी में सामाजिक सहयोग से पूजा प्रारंभ की थी. जिसके बाद प्रत्येक साल सामाजिक सहयोग से पूजा की जा रही है. उन्होंने बताया कि बुधवार की रात माता को 56 भोग लगाया गया. पूजा के लिए बटराहा, रिफ्यूजी कॉलोनी, कहरा, सराही सहित अन्य जगहों के श्रद्धालु का तांता लगा रहा. पंडित ओमनाथ ठाकुर ने प्रतिमा में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा किया. मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए कमेटी के सचिव सनोज यादव, सदस्य राजीव, संजय, अरूण खां, रवींद्र मिश्र, कल्टू, सुनील सक्रिय रहे. मनोकामना होती है पूर्णचांदनी चौक स्थित मां काली मंदिर का भी काफी महत्वपूर्ण स्थान है. ऐसा माना जाता है कि यहां आकर शीश झुकाने वालों लोगों की मनोकामना पूर्ण हो जाती है. बुधवार को मंदिर के आगे पूजन सामग्री की दुकान सज गयी थी. नारियल, चुनरी, प्रसाद सहित अन्य सामग्रियां उपलब्ध थी. सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था. मंदिर समिति के सभी सदस्य श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखने में सक्रिय थे. नया बाजार का है विशेष महत्वनया बाजार स्थित माता काली का मंदिर लगभग साठ वर्ष पुराना है और लगभग इतने ही समय से हर दीपावली के समय मुख्य प्रतिमा के आगे मां काली सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा बना कर पूजा अर्चना की जा रही है. यहां भी बुधवार की सुबह से श्रद्धालुओं के आने जाने का तांता लगा है. अगले दो दिनों तक यहां प्रतिमा रहेगी. पूर्व में नया बाजार का काली मंदिर दीपावली के समय काफी चर्चित रहा करता था. यहां एक से बढ़कर एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था. लेकिन बदलते समय के साथ कार्यक्रम में हिंसात्मक घटनाएं होने लगी और कार्यक्रम की परिपाटी को बंद करना पड़ा. काली पूजा का आयोजन नवहट्टा. प्रखंड क्षेत्र के दिवरा गांव में काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है. पूजा अर्चना के साथ आमलोगों के मनोरंजन के लिए दो दिवसीय मैया जागरण का आयोजन किया जायेगा. इस आयोजन में मेला समिति अध्यक्ष माधव प्रसाद मुखिया, सचिव सकलदेव साह, कोषाध्यक्ष नितेश कुमार, दीपक सिंह, मणि चौधरी, मनीष यादव, अविनाश सिंह, पप्पू यादव सहित अन्य का सराहनीय योगदान है. सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन सोनवर्षा राज. काली पूजा के मौके पर रघुनाथपुर पंचायत के टेहरा गांव में आयोजित दो दिवसीय मेले के दूसरे दिन आर्केष्ट्रा का आयोजन किया जा रहा है. इस बाबत मेले के आयोजक जिला पार्षद अरुण यादव ने बताया कि बीते बुधवार की रात रासलीला का आयोजन किया गया. वहीं दूसरे दिन पटना के रत्ना म्युजिकल ग्रुप द्वारा रंगारंग आर्केष्ट्रा का आयोजन किया जायेगा. बनारस के पंडितों ने की पूजासिमरी नगर . अनुमंडल अंतर्गत सिमरी बख्तियारपुर, सलखुआ, पहाड़पुर, तेलियाहाट सहित कई जगहों पर धूमधाम से काली पूजा मनायी जा रही है. सिमरी बख्तियारपुर के हटियागाछी में बुधवार की रात बनारस से आये पंडितों द्वारा विधि-विधान से मां काली की पूजा कर पट खोला गया. पट खुलते ही मां काली की पूजा के लिए श्रद्घालुआंे का तांता लग गया. इसके अलावे गुरुवार शाम को मां की विशेष आरती की गयी. जिसमें भी श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. इसके बाद महाप्रसाद बांटा गया. जिसे लेने के लिए भक्त आतुर दिखे. मेला संयोजक सुरेंद्र भगत ने बताया कि गुरुवार और शुक्रवार रात लखनउ, आगरा, कोलकाता के चुनिंदा कलाकार भक्तिमय गीत-संगीत सहित नृत्य कार्यक्रम पेश करेंगे. इस मौके पर पंकज कुमार, संतोष चौरसिया, सन्नी सिसस, विजय गुप्ता, डॉ उमेश भगत,पप्पू भगत सहित अन्य मेला की विधि-व्यवस्था देख रहे थे.

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