* प्रेस वार्ता में जतायी खतरे की आशंका
* आयुक्त व डीएम मुहैया करायेंगे सुरक्षा
सहरसा : विश्वविद्यालय में स्वयं को कार्य करने में असुरक्षित महसूस कर रहा हूं, कार्य करने के दौरान हमेशा खतरे के आशंका से डरा रहता हूं. उक्त बातें रविवार को सहरसा स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के नवपदस्थापित कुलपति डॉ आरएन मिश्र ने कही.
कुलपति डॉ मिश्र ने कहा कि तीन मई को वह अपने सहयोगियों के साथ कार्यालय वेश्म में कार्य कर रहे थे. उसी समय प्रायोजित साजिश के तहत लगभग सत्तर से अस्सी की संख्या में अचानक कुछ लोगों द्वारा प्रवेश कर असंसदीय भाषा में बात करते अनाधिकृत कार्य के लिए दबाव दिया जाने लगा. वीसी ने बताया कि उनलोगों के हाथ में एनएसयूआइ, एसएफआइ, राजद, जदयू, लोजपा का झंडा व बैनर लहरा रहा था. उनलोगों की उम्र देख कर कहीं से भी छात्र की अवधारणा प्रतीत नहीं हो रही थी.
कुलपति ने बताया कि उनलोगों के द्वारा स्नातक तृतीय खंड के परीक्षा की तिथि को बढ़ाने को लेकर असंसदीय भाषा में दबाव दिया जा रहा था. उनलोगों में छात्र जैसे कोई लक्षण नहीं थे. उन्होंने बताया कि मधेपुरा में एनएसयूआइ के अध्यक्ष द्वारा जानकारी दी गयी कि उस भीड़ में झंडा व बैनर जरूर उनके संगठन की थी लेकिन कार्यकर्ता उनके नहीं थे. उन्होंने बताया कि प्रायोजित हंगामे की घटना को अंजाम देकर कुछ लोगों द्वारा परदे के अंदर से मुझे प्रताड़ित करने की कोशिश की जा रही है.
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने को लेकर उन्होंने कोसी आयुक्त व मधेपुरा डीएम को अवगत करा दिया है. कुलपति ने बताया कि असुरक्षा की स्थिति में दैनिक प्रगति के कार्य करने में परेशानी हो रही है. इसके अलावा डीएसडब्लयू डॉ ललितेश मिश्र पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते कुलपति ने कहा कि अभी तक किसी भी पीड़िता के द्वारा शिकायत नहीं की गयी है. हालांकि उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शिकायत थाने में की जाती है.