* करोड़ों की चोरी का जेवरात खरीदने वाला गिरफ्तार
सहरसा : शहर के पूरब बाजार स्थित गायत्री ज्वेलर्स के मालिक मोहन सोनी को रविवार को राघोपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया. उस पर करोड़ों की चोरी के जेवरात खरीदने का आरोप है.
मालूम हो कि कोसी प्रमंडल के सभी जिलों में चोरी की घटना को अंजाम देकर सुनसान घर से जेवरात सहित कीमती समान चुराने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को सुपौल जिले की राघोपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरोह के सरगना डुमरी लालपुर निवासी अरुण कुमार शर्मा की निशानदेही पर चोरी का जेवरात खरीदने वाले सहरसा के पूरब बाजार से राघोपुर थानाध्यक्ष के नेतृत्व में गठित टीम ने सोनी को गिरफ्तार किया.
* 23 हजार में हुई थी डील
राघोपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि शुक्रवार की देर रात सिमराही बाजार स्थित स्टेट बैंक के सामने वासु साह के घर से तीनों चोर ने वेंटिलेशन तोड़ कर घर में रखा लैपटॉप, डीवीडी सहित लाखों के जेवरात व अन्य सामान की चोरी कर ली. पुलिस द्वारा तीनों चोर को गिरफ्तार कर लिया गया.
पूछताछ में अरुण शर्मा ने सहरसा स्थित पूरब बाजार में गायत्री ज्वेलर्स में 23 हजार में बेचने की बात कबूल की. जिसमें सात हजार रुपये पूर्व में वह ले चुका था. शनिवार को गिरफ्त में आने के बाद गिरफ्तार अरुण शर्मा ने फोन कर मोहन सोनी को जेवरात रखे रहने की बात कह सहरसा में मिलने को कहा.
रविवार की सुबह एक सिपाही के साथ उसे मोहन से मिलाने भेजा गया. जहां पूर्व से ही टीम के सदस्य चारों ओर से उसे घेर रखे थे. मोहन ने बाकी के पैसे जैसे ही निकाल कर दिये, टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
* सुबह में बंद घर का मुआयना
गिरफ्तार चोर अरुण ने बताया कि गिरोह में फारबिसगंज से लेकर सिमरी बख्तियारपुर तक के लड़के व लड़की शामिल हैं. अरुण ने बताया कि गिरोह के सदस्य सभी इलाकों में सुबह चार से पांच बजे के बीच घुम कर बंद घर का मुआयना करते हैं. सुबह के समय पुलिस भी सुस्त हो जाती है.
फिर दूसरे दिन दोपहर व रात में घुम कर चक्कर लगाया जाता है. उसके बाद योजना बना कर वेंटिलेशन के द्वारा घर में प्रवेश कर जेवरात व कीमती सामान लूट लिया जाता है. अरुण ने बताया कि गिरोह में शामिल लड़की की मदद से सुनसान घरों व उसके अगल बगल के लोगों के बारे में पता लगाया जाता था. इसके एवज में चोरी का कुछ हिस्सा उसे भी मिलता था.
* नाटकीय ढंग से आया पकड़ में
करोड़ों की चोरी के जेवरात खरदीने वाले मोहन सोनी की गिरफ्तारी नाटकीय ढंग से की गयी. राघोपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि गिरफ्तार चोर की निशानदेही पर पूरब बाजार पहुंची टीम के सभी सदस्य सादी वर्दी में थे. लेकिन जब मोहन को फोन से बुलवाया गया तो उसे सड़क पर घुम रहे एक सदस्य को देख शक हो गया.
इसके बाद वह इधर उधर झांकने लगा. स्थिति को देख पुलिस टीम के सदस्य बगल के एक लॉज में चले गये और छात्रों को अपना परिचय देकर चुप रहने को कहा. लॉज के गेट से स्थिति पर नजर बनाये रखी. जैसे ही आरोपी ने सोलह हजार रुपये देकर वहां से खिसकने की कोशिश की. उसे गिरफ्तार कर सदर थाना लाया गया.
* छह लोग थे टीम में शामिल
राघोपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में गठित टीम में सुपौल एसटीएफ विनय सिंह, अनि रुदल कुमार सहित चार सशस्त्र बल शामिल थे. थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार चोर की निशानदेही पर अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जायेगी. जिससे करोड़ों की चोरी हुई करोड़ों के जेवरात का पता लगाया जा सके.