सहरसा : जल जीवन हरियाली को लेकर जिले में सरकारी तालाबों व कुओं का सर्वेक्षण कराया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा दो अक्तूबर से प्रत्येक पंचायत में वर्षा के पानी का संचय करने व भूगर्भ जल स्तर में हो रही गिरावट को रोकने के लिए सार्वजनिक तालाब का जीर्णोद्धार कार्य मनरेगा के माध्यम से शुरू कराने का निर्णय लिया गया है. इस आलोक में राज्य सरकार द्वारा जिले के एरियल सर्वे के आधार पर सर्वेक्षण कराने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया गया है.
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एक एकड़ जल संचयन क्षेत्र वाले तालाबों का होगा जीर्णोद्धार
सहरसा : जल जीवन हरियाली को लेकर जिले में सरकारी तालाबों व कुओं का सर्वेक्षण कराया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा दो अक्तूबर से प्रत्येक पंचायत में वर्षा के पानी का संचय करने व भूगर्भ जल स्तर में हो रही गिरावट को रोकने के लिए सार्वजनिक तालाब का जीर्णोद्धार कार्य मनरेगा के माध्यम से […]
एरियल सर्वे में जहां जिले में 16 सौ से अधिक सार्वजनिक तालाबों की जानकारी दी गयी है. वहीं तीन हजार से अधिक कुआं की जानकारी दी गयी है. जबकि धरातल पर कहीं से भी ना तो इतना तालाब ना ही कुआं नजर आ रहा है. एरियल सर्वे के आधार पर सभी अंचलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट मिलने के बाद सही जानकारी उपलब्ध हो सकेगी.
वहीं राज्य सरकार द्वारा योजना के क्रियान्वयन के लिए समय निर्धारित किया गया है. जिस रफ्तार से जांच प्रक्रिया चल रही है, उससे जांच समय पर हो पाना संभव नहीं दिख रहा है. जबकि दो अक्तूबर से जीर्णोद्धार कार्य शुरू किया जाना है. सरकार द्वारा इस योजना को अगले वर्ष मई माह तक पूर्ण करने का लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है.
एक एकड़ जल संचयन का होगा तालाब: जल जीवन हरियाली अभियान के तहत दो अक्तूबर से पूरे राज्य में प्रारंभ हो रहे जल संचयन के लिए सार्वजनिक तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक एकड़ जल संचयन क्षेत्र वाले तालाबों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. तालाब के चारों ओर पौधारोपण किया जायेगा. इसमें धुमाली प्रजाति के पौधे को प्राथमिकता दी जायेगी.
इस बाबत उप विकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में दो अक्तूबर से सभी पंचायतों में सार्वजनिक तालाबों का मनरेगा के तहत जीर्णोद्धार किया जायेगा. इसके लिए एक एकड़ जल संचयन क्षेत्र वाले सार्वजनिक तालाबों का चयन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एरियल सर्वे के रिपोर्ट की जमीनी जांच को लेकर सभी अंचलाधिकारी को निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है. रिपोर्ट अपर समाहर्ता के पास जमा करायी जा रही है.
एरियल सर्वे में 16 सौ सार्वजनिक तालाब
राज्य सरकार के एरियल सर्वे में पूरे जिले में 1621 सार्वजनिक तालाबों को चिह्नित किया गया है. जबकि 3057 सार्वजनिक कुआं को चिह्नित किया गया है. एरियल सर्वे के अनुसार जिले के बनमा इटहरी में 71 सार्वजनिक तालाब, कहरा प्रखंड में 148, महिषी में 459, नवहट्टा में 228, पतरघट में 81, सलखुआ में 91, सत्तरकटैया में 174, सिमरी बख्तियारपुर में 79, सोनवर्षा में 141, सौरबाजार में 149 सार्वजनिक तालाबों को चिन्हित किया गया है. जबकि सार्वजनिक कुआं के रूप में बनमा इटहरी में 112, कहरा प्रखंड में 272, महिषी में 484, नवहट्टा में 91, पतरघट में 133, सलखुआ में 86, सत्तरकटैया में 341, सिमरी बख्तियारपुर में 563, सोनवर्षा में 608, सौरबाजार में 367 सार्वजनिक कुआं चिह्नित किया गया है.
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