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बिहार : पुलवामा के आतंकी हमले में शहीद हीराकांत का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन, पत्नी को मिला 11 लाख का चेक

राजकीय सम्मान के बीच हुई अंत्येष्टि नवहट्टा (सहरसा) : 24 मार्च को श्रीनगर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए हीराकांत झा का शव शुक्रवार को उनके पैतृक गांव ब्राह्मण टोली पहुंचा. जहां सेना के जवानों द्वारा श्रद्धांजलि एवं अंतिम सलामी देने के बाद अंतिम संस्कार किया गया. सैनिक का शव पहुंचते ही अंतिम […]

राजकीय सम्मान के बीच हुई अंत्येष्टि

नवहट्टा (सहरसा) : 24 मार्च को श्रीनगर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए हीराकांत झा का शव शुक्रवार को उनके पैतृक गांव ब्राह्मण टोली पहुंचा. जहां सेना के जवानों द्वारा श्रद्धांजलि एवं अंतिम सलामी देने के बाद अंतिम संस्कार किया गया.

सैनिक का शव पहुंचते ही अंतिम दर्शन करने वालों की भीड़ उमड़ गयी. अंतिम संस्कार में राज्य सरकार के लघु सिंचाई व आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव, प्रभारी डीएम नवदीप शुक्ला सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे. अंतिम संस्कार के बाद डीएम ने शहीद की पत्नी को राज्य सरकार की ओर से 11 लाख रुपये एवं 329 रेजीमेंट बटालियन अवंतीपुरा की ओर से एक लाख का रुपये का चेक दिया गया.

बिहार सरकार ने दिये 11 लाख रुपये : डीएम नदीप शुक्ला ने राज्य सरकार की ओर से सेना में जेसीओ पद पर तैनात शहीद हुए हीराकांत झा की पत्नी को तत्काल 11 लाख रुपये का चेक दिया. वहीं 329 रेजीमेंट बटालियन अवंतीपुरा के सूबेदार कमलेश सिंह ने शहीद की पत्नी को एक लाख रुपये का चेक सौंपा.

सूबेदार सिंह ने बताया कि रक्षा विभाग की ओर से शहीदों को मिलने वाली राशि व अन्य सुविधाएं भी परिजनों को शीघ्र मिल जायेगी. हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें विभाग की ओर से एक अन्य ब्लैंक चेक भी दिया गया है. दिशा निर्देश मिलते ही राशि भर शहीद को पत्नी को सौंप दिया जायेगा.

पुलवामा के आतंकी हमले में हुई मौत

नवहट्टा प्रखंड के ब्राह्मण टोली निवासी हीरा कांत झा 1991 से ही सेना में जेसीओ के पद पर तैनात थे. 26 मार्च को दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में पांपोर की ओर सेना का वाहन जा रहा था. सैन्य वाहन जाते समय अवंतीपुरा इलाके में आतंकियों ने बम विस्फोट कर दिया था.

विस्फोट के बाद सैन्य बस के चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और बस खाई में पलट गयी. इस हादसे में एक जवान की तत्काल मौत हो गयी. जबकि नौ जवान जख्मी हो गये. सभी घायलों को सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान हीराकांत झा की मौत हो गयी.

हीरा की शहादत बेकार नहीं जायेगी : मंत्री

बिहार सरकार के लघु सिंचाई एवं आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि शहीद हीराकांत ने देश की रक्षा में जान कुर्बान कर दिया. उन्हें शत-शत नमन.

इनकी शहादत बेकार नहीं जायेगी. आतंकियों को इसका जवाब मिलेगा. हीराकांत झा की शहादत देशभक्तों को जीवन पर्यंत देशसेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी. शहीद के अंतिम संस्कार में डीएम नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार, सूचना जन संपर्क पदाधिकारी जयशंकर कुमार, बीडीओ चंद्रमोहन पासवान, सीओ सह सीडीपीओ सफी अख्तर, थानाध्यक्ष द्रवेश कुमार, प्रमुख शमीम अख्तर, भाजपा जिलाध्यक्ष नीरज कुमार गुप्ता, पूर्व विधायक आलोक रंजन, शरद गुट जदयू जिलाध्यक्ष धनिक लाल मुखिया, भाजपा नेता शिवेंद्र कुमार उर्फ जीशू, जदयू पूर्व प्रदेश महासचिव इस्तियाक खान, भाजपा जिला महामंत्री हीरेंद्र कुमार मिश्रा, सत्यनारायण साह, रत्नेश सिंह, शमशाद आलम, संजीव कुमार सिंह, जाप नेता कमल नारायण गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष पंकज पाठक, जिला पार्षद नीतू दास, रोजी खान सहित सभी राजनीतिक दल के सदस्य शामिल थे.

शहीद हीराकांत की बहादूरी को सलाम

नवहट्टा : भाजपा नेता शिवेंद्र सिंह जीशू ने मातृभूमि की रक्षा के लिए शहीद नवहट्टा के लाल हीराकांत झा की बहादुरी को सलाम किया है. उन्होंने कहा है कि वे भारतीय सेना में जेसीओ के पद पर तैनात थे.

इस दौरान श्रीनगर में दुश्‍मनों से लड़ते हुए अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी और दुश्‍मनों के नापाक मंसूबों पर पानी फेर दिया. उन्होंने अपने शौर्य एवं साहस का परिचय देते हुए अपनी धरती की रक्षा करते हुए बलिदान दिया है. आपका बलिदान सदैव ही याद किया जायेगा. उन्होंने अंतिम दर्शन के दौरान माल्‍यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. साथ ही भगवान से मृतात्मा की शांति एवं परिजनों को धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की.

सुबह से ही हाथों में पुष्प लिये खड़े थे लोग

ब्राह्मण टोली निवासी भारतीय सेना में जेसीओ के पद पर तैनात शहीद हुए हीराकांत झा के शव आने की पूर्व सूचना होने के कारण शुक्रवार की सुबह से ही सड़क के दोनों ओर लोगों की कतार लग गयी थी. शहीद के अंतिम दर्शन व उन्हें अर्पित करने के लिए लोग हाथों में पुष्प लिये खड़े थे.

शव वाहन को नवहट्टा बस स्टैंड पर आम लोगों के दर्शनार्थ रोका गया, जहां लोगों ने अंतिम दर्शन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद को नमन किया. इसके बाद सेना के जवानों ने पार्थिव शरीर को शहीद के गांव ब्राह्मण टोली स्थित उनके पैतृक आवास पर ले गये.

वहां भारतीय सैनिक सहित डीएम नवदीप शुक्ला, पुलिस अधीक्षक अश्विनी चौबे, राज्य सरकार के मंत्री एवं अन्य विशिष्ट लोगों ने पुष्पांजलि की. इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया, जहां कर्नल प्रभात चंद्र के नेतृत्व में 21 जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी. फिर शहीद सैनिक के पुत्र प्रभात झा ने पिता को मुखाग्नि दी.

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