लापरवाही. सदर अस्पताल के सामने सरकारी जमीन पर हो रहा है अतिक्रमण
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रोज बन रहे हैं दुकान, प्रशासन बना है अंजान
लापरवाही. सदर अस्पताल के सामने सरकारी जमीन पर हो रहा है अतिक्रमण सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अतिक्रमणकारियों का कब्जा खुलेआम जारी है, जिसको जहां मन हुआ पहले छप्पर चढ़ाया और फिर वे पक्का निर्माण से भी नहीं हिचकते हैं. सहरसा : आये दिन बजरंग बली मंदिर से लेकर अस्पताल के पश्चिमी गेट […]
सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने अतिक्रमणकारियों का कब्जा खुलेआम जारी है, जिसको जहां मन हुआ पहले छप्पर चढ़ाया और फिर वे पक्का निर्माण से भी नहीं हिचकते हैं.
सहरसा : आये दिन बजरंग बली मंदिर से लेकर अस्पताल के पश्चिमी गेट तक खुलेआम अतिक्रमण कर दुकानें खोली और चलायी जा रही है. प्रशासन की अनदेखी के कारण अतिक्रमणकारियों की संख्या नित्य प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. एक को अतिक्रमण करते देख कई लोग दूसरे दिन अतिक्रमण करना शुरू कर देता है.
वर्तमान में लगभग एक दर्जन दुकान चाय से लेकर खाना खाने के लिये खुली हुई हैं. जिस पर न तो अस्पताल प्रशासन की नजर है और न ही जिला प्रशासन की ही. जानकारी के अनुसार पहले अतिक्रमणकारी छोटे से जगह पर अपना कारोबार शुरू करता है और फिर कुछ दिन बाद अपने हिसाब से जमीन पर छप्पर गिरा कर व्यवसाय व रहना शुरू कर देता है. प्रशासनिक अंदेखापन के कारण इन अतिक्रमणकारयों का कब्जा सिमटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है.
डीएम के आदेश का नही हुआ पालन
जिला पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने कुछ माह पूर्व सदर अस्पताल के निरीक्षण के दौरान परिसर में संचालित दुकानों का काउंटर सड़क की तरफ करने का निर्देश दिया था. लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी दुकानदारों द्वारा आदेश का पालन नही किया गया. जानकारी के अनुसार डीएम के आदेश के बाद कुछ दुकानदारों ने दुकान का मुंह सड़क की तरफ से भी खोल लिया. लेकिन अभी भी कारोबार परिसर की तरफ से ही हो रहा है.
नशेड़ियों की होती है आवाजाही
सरकारी जमीन पर संचालित कुछ दुकानें नशेड़ियों की शरणस्थली बन गई हैं. सूत्रों के अनुसार यहां गांजा के कश लगते हैं और शराब के जाम भी छलकाए जाते हैं. कुछ दिन पूर्व सदर थाना पुलिस ने भी इन्हीं दुकान में शराब पीते कुछ युवकों को गिरफ्तार किया था. जिसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. जानकारी के अनुसार सुबह से लेकर शाम तक यहां नशेड़ियों की आवाजाही होती रहती है. यदि प्रशासन इस पर ध्यान रखें तो कई चेहरा बेनकाब हो सकता है. स्थानीय लोगों के अनुसार पुलिस से लेकर वरीय अधिकारियों की आवाजाही सदर अस्पताल में होती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से इन लोगों की हिम्मत लगातार बढ़ती जा रही है.
शिक्षा विभाग का है क्वार्टर सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने हुए अतिक्रमण के पीछे शिक्षा विभाग के कर्मियों का क्वार्टर है. जिसमें कई कार्यालय में कार्यरत कर्मी सपरिवार रहते हैं. सूत्रों के अनुसार क्वार्टर के जीर्णर्शीर्ण हो जाने के कारण सड़क किनारे के कई क्वार्टर खाली है. जिसका फायदा यह अतिक्रमणकारी बखूबी उठा रहे हैं. क्वार्टर की घेराबंदी नहीं होने के कारण इन लोगों को अतिक्रमण करने में भी ज्यादा परेशानी नहीं होती है. लोगों ने प्रशासन से मामले की जांच कर अविलंब कार्रवाई की मांग की है.
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