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बेखौफ होकर कारोबार कर रहे पत्थर माफिया
सुस्ती. सड़कों पर बेरोक-टोक दौड़ रहे पत्थर लदे वाहन इस वर्ष 700 क्रशर मशीनें ध्वस्त कर चुकी है पुलिस सासाराम(नगर) : पुलिस प्रशासन के तमाम प्रयासों को धता बताते हुए पत्थर माफिया बेखौफ होकर अपना कारोबार कर रहे हैं. पत्थर माफियाओं का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि वे पहाड़ तो पहाड़, सड़कों के […]
सुस्ती. सड़कों पर बेरोक-टोक दौड़ रहे पत्थर लदे वाहन
इस वर्ष 700 क्रशर मशीनें ध्वस्त कर चुकी है पुलिस
सासाराम(नगर) : पुलिस प्रशासन के तमाम प्रयासों को धता बताते हुए पत्थर माफिया बेखौफ होकर अपना कारोबार कर रहे हैं. पत्थर माफियाओं का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि वे पहाड़ तो पहाड़, सड़कों के पत्थरों (गिट्टी) को भी उठा ले जा रहे हैं.
पर्व त्योहारों में तो उनकी चांदी रहती है, इसका कारण है पुलिस की व्यस्तता. दिवाली के बाद रोज कोई न कोई पूजा हो रही है जिसको लेकर पुलिस को नागरिक सुरक्षा पर खास ध्यान रखना पड़ रहा है. इधर छठ पूजा भी अब शुरू हो गया है. इन सबको देखते हुए पुलिस की नजर इन कारोबारियों पर जा नहीं रही है जिसका फायदा उठाकर वे जोर-शोर से गोरखधंधा कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि खनन क्षेत्र में पुलिस कार्रवाई करने से तो हमेशा बचती रही है मगर सड़कों पर अवैध पत्थर लदे वाहनों पर अंकुश लगा सकती है लेकिन इसमें भी पुलिस नकारा साबित हो रही है. वैसे सरकार के पास कार्रवाई के आंकड़े भी हैं लेकिन इन आंकड़ों का क्या किया जाए, जब अवैध कारोबार पर कोई लगाम ही न सकी हो. वर्ष 2016 से अब तक पुलिसिया कार्रवाई में 700 क्रशर मशीन ध्वस्त हो चुके हैं और 160 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
पुलिस ने इन मामलों में 47 लोगों को गिरफ्तार किया और 160 ट्रक व डंपर जब्त किये गये. इस दौरान पुलिस ने गिट्टी लदे हुए 63 ट्रेक्टरों को भी पकड़ा. पुलिस सूत्रों की मानें तो पुलिस महकमे ही कुछ ऐसे लोग शामिल हो सकते हैं जो पत्थर माफियाओं को पुलिसिया कार्रवाई की जानकारी पहले ही दे देते हैं जिस कारण मुख्य माफियाओं की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है. उनके गुर्गे पकड़ लिये जाते हैं लेकिन वे कुछ भी नहीं उगलते हैं. मंडी में जब पुलिस पहुंचती है तो वहां सन्नाटा पसरा रहता है जिसका मतलब है कि उन्हें पहले ही कार्रवाई की भनक लग जाती है.
छह साल से खनन पर है प्रतिबंध: वर्ष 2010 में तत्कालीन जिला पदाधिकारी अनुपम कुमार ने जिले में पत्थर खनन पर प्रतिबंध लगा दी थी और इससे जुड़े लाइसेंसों को रद्द कर दिया था. उस वक्त पुलिस ने पत्थर माफियाओं से सख्ती से निपटना शुरू किया था जिससे पत्थर उद्योग से जुड़े व्यवसायी सकते में आ गये थे. उस वक्त उन्होंने रोहतास स्टोन क्रशर उद्योग संघ की स्थापना की और प्रतिबंध के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज किया लेकिन कोर्ट ने उनके खिलाफ फैसला दिया. यहीं से शुरू हुआ पत्थर का अवैध कारोबार.
कार्रवाई तो होती है, लेकिन धंधे पर नहीं लग रही लगाम
पुलिस के पास अपनी सफलता बताने के लिये आंकड़ों की कमी नहीं है. पुलिस ने बताया कि कार्रवाई में खनन क्षेत्र व मंडी से आठ पोकलेन, 67 जेसबी, 32 लोडर, 107 कंप्रेशर मशीन, 478 ट्रक, 372 डंपर व हाइवा, 1360 ट्रैक्टर, 16 चार पहिया वाहन(लग्जरी गाड़ियां) 116 बाइक और लगभग 17 करोड़ रुपये के विस्फोटक जब्त किये गये हैं. अवैध खनन के मामले में 4206 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी है और 2317 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गत 26 अक्टूबर को गोपी बिगहा क्रशरमंडी में प्रशासन की कार्रवाई में 64 क्रशर मशीन ध्वस्त किये गये. और 35 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी.
माफियाओं की त्योहार के समय कटती है चांदी
जिला प्रशासन अभी छठ पूजा की व्यवस्था में व्यस्त है. इसका फायदा पत्थर माफिया उठा रहे हैं और आठों पहर पत्थर और गिट्टी की ढुलाई कर रहे हैं. पुलिस को इसकी जानकारी है लेकिन वे लाचार हैं क्योंकि एक तो उनके पास संसाधन सीमित हैं और दूसरे उनकी ड्यूटी पूजा के दौरान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
क्या कहते हैं डीएम
जिले में अवैध खनन पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए भूतत्व विभाग के संयुक्त सचिव सह निदेशक से प्राप्त निर्देशों के अनुसार खनन विभाग को संसाधनों से लैस किया जा रहा है. खनन विभाग को पर्याप्त पुलिस बल व वाहन उपलब्ध करवाये जायेंगे. पुलिस और प्रशासन भी सहयोग करेंगे. छठ पूजा को लेकर पुलिस व्यस्त है. पूजा समाप्त होने के बाद पुलिस ठोस कार्रवाई करेगी.
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