विभिन्न मांगों को लेकर बैंककर्मियों ने की हड़ताल
सासाराम शहर : सरकारी बैंकों में मंगलवार को हड़ताल की वजह से आम लोगों को दिन भर परेशानियों का सामना करना पड़ा. बैंकों में दिन भर ताले लटके रहे. इसके कारण लेन-देन का कार्य प्रभावित रहा. बंदी के कारण लोगों को पैसे निकासी के लिए एटीएम के बाहर घंटों कतार में खड़ा होना पड़ा. बैंकों के कामकाज से आये ग्राहकों को बैरंग लौटना पड़ा.
सासाराम में भी बैंक हड़ताल का व्यापक असर रहा. एलडीएम एजाज हामिद ने बताया कि बैंक हड़ताल के कारण सासाराम में करीब 16 करोड़ रुपये का लेन-देन प्रभावित रहा.
कर्मचारी बैंकों के मुख्य द्वार पर बैठ केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये. इस दौरान बैंक कर्मियों ने एनपीए की वसूली के लिए संसदीय कमेटी की अनुशंसा को लागू करने, बैंक लोन के लिए कठोर उपाय करने, प्रस्तावित एफडीआइ बिल की वापसी, बैंक बोर्ड ब्यूरो को निरस्त करने व बैंकों में सभी कैडर में पर्याप्त भर्ती की मांगे रखी.
इधर, मध्य बिहार ग्रामीण के कर्मियों ने केंद्र सरकार के जन विरोधी व बैंक विरोधी नीतियों के विरोध में हड़ताल कर प्रदर्शन किया. जिले में अवस्थित सभी 83 शाखाएं बंद रही. बैंकों में कामकाज ठप रहा. यूनाईटेड फोरम ऑफ आरआरबी यूनियन के तत्वावधान में आयोजित हड़ताल में कर्मचारियों ने जम कर विरोध जताया.
बैंक कर्मियों ने सख्त लहजे में केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शीघ्र ही हमारी मांगे पूरी नहीं हुई, तो हमलोग लंबी हड़ताल के लिए बाध्य होंगे. मौके पर जान कन्हुलवा तापस कुंडु, उमेश नाथ सिन्हा, ग्लोरियस सुरीन, संतोष कुमार, अमित कुमार श्रीवास्तव, नागेश्वर मांझी, शशि कुमार, राजीव कुमार आदि मौजूद थे.