पूर्णिया. जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने गुरुवार को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक, परीक्षा हॉल से लेकर ओपीडी, विभिन्न वार्डों सहित पूरे कैंपस का जायजा लिया. उन्होंने आइपीडी भवन के हैंडओवर और फर्नीचर आपूर्ति को लेकर भी संबंधित लोगों से बातें की. निरीक्षण में उन्होंने इलाज के लिए अस्पताल आनेवाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा ससमय उपलब्ध कराने का निदेश दिया. वहीं एसी के कॉपर तार चोरी हो जाने की बात पर उन्होंने एसी मरम्मत में लगने वाली अनुमानित राशि 10 लाख रुपये आउटसोर्स सुरक्षा एजेंसी के पेमेंट से कटौती कर भुगतान करने को कहा. डीएम ने साफ-सफाई को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिये. इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा में मद्देनजर सीसीटीवी को व्यवहार में लाते हुए एक व्यक्ति को वहां लगातार निगरानी की जिम्मेदारी देने को कहा. लेबर वार्ड निरीक्षण के क्रम में डीएम अंशुल कुमार ने जुलाई के समरी शीट का गहन अवलोकन किया और उपस्थित कर्मियों को समरी शीट मेंटेन के संबंध में कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. जिलाधिकारी ने उन महिलाओं से भी जानकारियां जुटाने और वजह जानने को कहा, जो मेडिकल कॉलेज से बाहर दूसरे निजी संस्थानों में जाकर प्रसव कराती हैं. लेबर वार्ड निरीक्षण के दौरान उन्होंने सी सेक्शन मामले को और भी बढ़ावा देने पर जोर दिया. डीएम ने एसएनसीयू की स्थिति का भी मुआयना किया. इसके अलावा जिलाधिकारी ने बीएमएसआइसीएल के अभियंता एवं एनसीसी के प्रतिनिधि से जीएमसीएच प्रांगण की विस्तृत जानकारी ली और जीएमसीएच अधीक्षक डॉ संजय कुमार को रह गयी कमियों की सूची समर्पित करने का निर्देश दिया. डीएम ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों एवं संबंधित चिकित्सा पदाधिकारियों को जीएमसीएच में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा सहजता से और ससमय उपलब्ध कराने को कहा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

