पूर्णिया. पूर्णिया विवि में नये शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्नातक में पांच हजार से अधिक सीट बढ़ाने की योजना है. कुलपति प्रो विवेकानंद सिंह के मार्गदर्शन में यह एक प्रकार से सीमांचल को तोहफा होगा. इस दिशा में डिग्री कॉलेजों के लिए आये करीब 10 आवेदनों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जा रहा है तो वहीं चार अस्थायी संबद्धता प्राप्त कॉलेजों को भी स्थायी संबद्धता दिये जाने की दिशा में प्रक्रिया की जा रही है. करीब 10 डिग्री कॉलेज को संबद्धता प्रदान करने के लिए कुछ कॉलेजों का जहां निरीक्षण हो गया है, वहीं शेष बचे कॉलेजों के निरीक्षण का कार्य भी इस हफ्ते तेज किया जायेगा. 30 मार्च को सीनेट बैठक की अति व्यवस्तता के बावजूद संबद्धता की दिशा में विवि प्रशासन की ओर से प्राथमिकता से काम किया जा रहा है. संबद्धता के लिए जिन कॉलेजों का निरीक्षण हो गया है, उन कॉलेजों का निरीक्षण प्रतिवेदन पोर्टल पर अपलोड करने की कवायद शुरू कर दी गयी है. इधर, सोमवार को भी कुछ कॉलेजों का निरीक्षण होगा. इनमें वैसे संस्थान भी शामिल हैं जो पिछली बार कसौटी पर खरे उतरने में पिछड़ गये. उन संस्थानाओं की ओर से अगर पूर्वापेक्षा सुधार हुआ है तो उन्हें संबद्धता प्रदान की जा सकती है. इस संबंध में सीसीडीसी डॉ. एस के सुमन ने बताया कि संबद्धता के लिए जिन संस्थानों के आवेदन आये हैं, उनके निरीक्षण की प्रक्रिया महाविद्यालय निरीक्षक के स्तर से की जा रही है. गौरतलब है कि पूर्णिया विवि में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के प्रारंभ में स्नातक में 15 अंगीभूत और 19 संबद्ध कॉलेज में 46 हजार से अधिक सीट थी. नामांकन के आखिरी वक्त में चार कॉलेजों को अस्थायी संबंधन स्वीकृत होने पर स्नातक में सीटों की संख्या 50 हजार के करीब पहुंच गयी. नये शैक्षणिक सत्र 2025-26 में स्नातक में सीटों की संख्या 50 हजार का आंकड़ा पार कर जायेगी. पूर्णिया विवि में हरेक साल स्नातक में नामांकन के लिए 70- 75 हजार आवेदन आते हैं. ऐसे में स्नातक में सीट में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होने से बड़े पैमाने पर पढ़ाई के लिए छात्रों के पलायन पर विराम लगेगा. इसके साथ ही सकल नामांकन अनुपात में वृद्धि होगी.
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