पूर्णिया. कहते हैं जिसका कोई नहीं, उसका हर कोई है. समाजसेवी हेना सईद की उपलब्धियों में एक और कड़ी जुड़ गई. हेना सईद द्वारा बीते बुधवार को एक लावारिस लाश का पूरे सम्मान के साथ मुखाग्नि देते हुए अंतिम संस्कार कराया गया. उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व सहरसा पुलिस द्वारा एक भटकती विक्षिप्त महिला को शांति कुटीर पूर्णिया में रखा गया था. उसका काल्पनिक नाम ममता देवी रखा गया और सभी उसी नाम से पुकारते थे. काउंसलिंग से पता चला था कि विक्षिप्त होने के कारण घर वालों ने उसे छोड़ दिया था. यहां उसका निधन हो गया. इस ममता देवी का अंतिम संस्कार हिना और उनकीटीम द्वारा पूरे हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न कराया गया. समाज के कई लोगों ने हेना सईद के इस कार्य के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद देते हुए आशीर्वाद दिया.
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