पूर्णिया. स्थानीय भट्ठा दुर्गाबाडी स्थित बीबीएम स्कूल के निकट माता जगधात्री की आस्था और भक्ति भाव से पूजा आराधना की गयी. इस अवसर पर गुरुवार को पूरे दिन मंदिर के आसपास का इलाका मंत्रोचारण और पारंपरिक ढाक से गुंजायमान रहा. पूजा स्थल पर बड़ी संख्या में बंगाली समुदाय के स्त्री और पुरुष उपस्थित रहे. जिनमें महिलाओं की भागीदारी ज्यादा रही. लोगों ने उपवास रखकर सम्पूर्ण भक्तिभाव से माता की पूजा आराधना की. स्थानीय लोगों ने बताया कि उक्त स्थल पर वर्ष 1958 से ही माता जगधात्री की पूजा की जा रही है. इस पूजा की शुरुआत लक्ष्मी नारायण भट्टाचार्या द्वारा की गयी थी. उन्हीं के परिवार के लोगों द्वारा प्रतिवर्ष अनवरत पूजा का आयोजन किया जाता रहा है. हालांकि अब इस आयोजन में स्थानीय लोगों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है इस वजह से से अब पूजा का रूप भी वृहत हो गया है. आयोजन से जुड़े लोगों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में माता जगधात्री की पूजा, दुर्गापूजा की तरह ही की जाती है लेकिन यहां सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी की पूजा विशेष तौर पर होती है जिसमें श्रद्धालुओं की अच्छी भीड़ उपस्थित होती है. यहां नवमी तिथि को काफी वृहत पैमाने पर माता के भोग का प्रसाद वितरण किया जाता है. जबकि दशवीं तिथि को सम्पूर्ण श्रद्धा भक्ति के साथ विसर्जन पूजा की जाती है.
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