साप्ताहिक बैठक में डीएम ने अधिकारियों को दिया निर्देश पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस वे जिले के छह प्रखंडों से होकर गुजरेगा पूर्णिया. पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर प्रशासनिक कवायद तेज हो गयी है. डीएम ने एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य में तेजी लाने का संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है. पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस वे छः प्रखंडों क्रमशः बड़हरा कोठी, धमदाहा, कृत्यानंद नगर, कसबा, पूर्णिया पूर्व एवं डगरूआ से गुजरेगा. इसके तहत 55 मौजा आयेंगे. जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अंचलाधिकारी को निर्देशित किया है कि जिन-जिन मौजा से होकर गुजरेगा उसकी सूची तैयार कर लें. मौजा के अंदर अर्जित होने वाले खेसरा की जानकारी तथा अर्जनाधीन खेसरा के वर्तमान स्वामी के आधार पर जमाबंदी का अंद्मतीकरण में तेजी लाने का निदेश दिया गया. जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि संबंधित भू-स्वामी को चिन्हित कर भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र निर्गत हेतु पूर्व से ही तैयारी सुनिश्चित कर लें. भूमि का वर्तमान किस्म निबंधन एवं मद्मनिषेध विभाग तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के निर्देश के आलोक में निर्धारित करने का निर्देश दिया गया. जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अंचलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अर्जनाधीन खेसरा का ड्रोन के माध्यम से सर्वे तथा स्टील फोटोग्राफी पहले ही कर लेने का निर्देश दिया.जिलाधिकारी ने संबंधित अवर निबंधन अधिकारी को निर्देशित किया कि जिस राजस्व मौजा के अंतर्गत भूमि का अर्जन किया जाना है, उसके एमभीआर को पहले ही अद्मतन कर लें.डीएम ने जिला भू अर्जन पदाधिकारी को निर्देशित किया कि अधियाचना प्राप्त होने पर अधिसूचना का सत्यापन ससमय सुनिश्चित करें. नक्शा पर कटे सभी खेसरा का समावेंशन अधियाचना में है अथवा नहीं. अर्जन क्षेत्र के खेसरा का समावेशन में किसी प्रकार की त्रुटि की स्थिति में परिमार्जन सुनिश्चित करें. अर्जनाधीन खेसरा के जमाबंदी का अद्मतीकरण पूर्व में कर लें ताकि भुगतान के क्रम में विलंब नहीं हो. जिलाधिकारी कुन्दन कुमार साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिये. जिला पदाधिकारी ने इस मौसम में आग लगने की संभावना ज्यादा होने के कारण इसके लिए पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया.उन्होने सभी संबंधित पदाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के फायर ब्रिगेड की जांच कर उसे चालू हालत में रखने का निर्देश दिया. आपदा विभाग की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी द्वारा आपदा प्रभारी एवं सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि 2024 के दौरान विभिन्न आपदाओं से मानव क्षति से संबंधित भुगतान की कार्रवाई निर्धारित समय सीमा के अंदर हर हालत में निष्पादन करना सुनिश्चित करें.
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