अररिया कॉलेज को पहले तो नेहरू कॉलेज को आखिर में स्थायी प्रधानाचार्य मिलने के कयास – सात नये चयनित प्रधानाचार्यों की पदस्थापना के लिए जारी व्यवस्था पर चर्चा शुरू पूर्णिया. नवचयनित प्रधानाचार्यों की पदस्थापना के लिए व्यवस्था तय हो गयी है और पूर्णिया विवि के लिए उच्च स्तर से एक प्रतिनिधि भी नियुक्त कर दिये जाने को लेकर शैक्षणिक परिसरों में चर्चा छायी हुई है. प्रतिनिधि की देखरेख में वर्णमाला के अनुसार स्थायी प्रधानाचार्यों की पदस्थापना किये जाने की चर्चा है. इस चर्चा के अनुसार, अररिया कॉलेज के लिए सबसे पहले और नेहरू कॉलेज के लिए सबसे आखिर में स्थायी प्रधानाचार्य की घोषणा होने के कयास लगाये जा रहे हैं. गौरतलब है कि पूर्णिया विवि के अधीन अभी 15 अंगीभूत महाविद्यालय हैं. इनमें से केवल पांच कॉलेज में पूर्णिया महिला महाविद्यालय, आरएल कॉलेज माधवनगर, डीएस कॉलेज कटिहार, एमजेएमएम कटिहार और मारवाड़ी कॉलेज किशनगंज में स्थायी प्रधानाचार्य हैं. शेष अंगीभूत कॉलेजों में अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार अररिया कॉलेज, फारबिसगंज कॉलेज, जीएलएम कॉलेज बनमनखी, जीडीसी धमदाहा, जीडीसी बायसी, के बी झा कॉलेज कटिहार, नेहरू कॉलेज बहादुरगंज, पूर्णिया कॉलेज और आरडीएस कॉलेज सालमारी आते हैं. विवि कॉलेज सेवा आयोग ने हाल में पूर्णिया विवि के लिए कुल सात प्रधानाचार्य चयनित किये हैं जिनमें प्रो. अनंत प्रसाद गुप्ता, प्रो. रामदयाल पासवान, प्रमोद भारतीय, अवधेश कुमार यादव, सावित्री सिंह, डॉ. प्रशांत कुमार और शेखर कुमार जायसवाल शामिल हैं. अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में अररिया कॉलेज, फारबिसगंज कॉलेज, जीएलएम कॉलेज बनमनखी, जीडीसी धमदाहा, जीडीसी बायसी, के बी झा कॉलेज कटिहार, नेहरू कॉलेज बहादुरगंज प्रथम सात कॉलेज आते हैं. जबकि आठवें स्थान पर पूर्णिया कॉलेज और नौंवे स्थान पर आरडीएस कॉलेज सालमारी आते हैं. वैसे अभी यह संभावना के दायरे में है. उच्चस्तरीय प्रतिनिधि के आने और पदस्थापन प्रक्रिया को बिंदुवार अपनाये जाने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि वर्णमाला के अनुसार कॉलेज किस क्रम में आते हैं . नव अंगीभूत जीडीसी धमदाहा और जीडीसी बायसी को शामिल किया जाना भी एक मसला हो सकता है.
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