खुश्कीबाग में छठ के लिए हुई सूप, डाला, पूजन सामग्री व नारियल की खरीदारी
शहर के चौक-चौराहों पर भी आबाद हुआ सूप, दउरा और गन्ना-नारियल का बाजार
पूर्णिया. लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर बाजार में सामानों की खरीदारी को लेकर लोगों की भीड़ शुरू हो गयी है. छठ पूजा को लेकर फलों की आवक तेज हो गयी है वहीं दाम में वृद्धि हो गयी है. इसके साथ सभी पूजन अनुष्ठान के सामान बाजार में सज गये हैं. छठ पूजा को लेकर बाजार में सुप डाला, पूजा सामग्री, नारियल आदि की डिमांड बढ़ गई है. शनिवार को नहाय-खाय कद्दू-भात के साथ चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत हो गई. रविवार को खरना व सोमवार को भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य तथा मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. छठ पूजा को लेकर पूरे शहर में छठ मइया के गीत सुनायी देने लगे हैं. छठ पूजा में आस्था का विशेष ध्यान रखा जाता है. छठ घाटों की सफाई के साथ सजावट का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. छठ को लेकर विभिन्न समितियों द्वारा गली मोहल्लों को सजाने का काम किया जा रहा है. शहर के भट्ठा बाजार, खुश्कीबाग, हरदा और आस पास के बाजारों में सूप की फुटपाथी दुकानों पर लोग खरीदारी तेज है. शहर के चौक-चौराहों पर भी सूप और दउरा का बाजार आबाद हो गया है जहां शनिवार को खरीददारों की भीड़ सुबह से शाम तक जुटी रही. बाजार में खरीदारी करने वाले छठ व्रतियों की भीड़ लगी है. सामग्रियों की कीमतों में बढ़ोतरी होने के बावजूद खरीदारी जोर-शोर से चल रही है. टोकरी, सूप, नारियल, संतरा, नींबू, आंवला, गाजर शकरकंद, अनानास, नाशपाती, अमरूद और केला सहित कई अन्य फलों की जरूरत होती है. इसके अलावा माला, आरत का पत्ता, दीया-बाती और अगरबत्ती की खरीदारी की जा रही है.बांस की बत्तियों से बने सूप और दउरा की बढ़ी मांग
पूर्णिया. अगर देखा जाए तो छठ महापर्व में बांस की पतली और चिपटी बत्तियों से बने सूप और दउरा की अहमियत अब भी बरकारार है. यही वजह है कि बाजार में पीतल के सूप आने के बावजूद बांस के दउरा और सूप की मांग कम नहीं हुई है. पूर्णिया के बाजारों में सूप के दाम सोमवार को 150 से 210 रुपये जोड़ा और दउरा के दाम डेढ से दो सौ रूपए जोड़ा तक बताए गये. इधर, खुश्कीबाग का बाजार अन्य पूजन सामग्रियों के साथ नारियल से भी पट गये हैं. यहां मुख्य रुप से असम के नारियल उतारे जा रहे हैं. कारोबारियों ने बताया कि यहां औसतन पांच से सात ट्रक रोजाना नारियल लेकर पहुंच रहे हैं. खुश्कीबाग से ही शहर और आस पास के बाजारों तक नारियल की सप्लाई की जा रही है. खुदरा बाजार में 80 से 100 रूपए जोड़ा तक नारियल बेचा जा रहा है. वैसे, पहले यहां चेन्नई से भी नारियल आता था पर अब यहां होने वाली खपत की भरपाई असम सहज रुप से कर रहा है.बाजार में सामग्री के दाम
—————–सूप तथा सुपती – 160 से 200 रुपये जोड़ाडगरा – 100 रुपये प्रति पीस
टोकरी – 250 से 300 रुपये प्रति पीसनारियल – 60 से 80 रुपये जोड़ा
हल्दी पौधा – 200 रुपये सैकड़ाअदरख पौधा – 200 रुपये किलो
केला – 300 से 600 रुपये प्रति घौरगन्ना – 30 से 40 रुपये प्रति गाछ
टाभा निम्बू – 20 से 30 रुपये प्रति पीससेव – 100 से 150 रुपये प्रति किलो
नारंगी – 100 से 150 रुपये प्रति किलोअनार – 1500 से 200 रुपये प्रति किलो
अमरुद – 60 से 90 रुपये प्रति किलोअनानाश – 60 से 80 रुपये प्रति पीस
सुथनी – 150 से 200 रुपये प्रति किलोशकरकंद – 50 से 60 रुपये प्रति किलो
गाजर – 60 से 80 रुपये प्रति किलोमूली – 20 से 30 रुपये प्रति किलो
पानीफल सिंघाड़ा – 40 से 60 रुपये प्रति किलोमिश्रीकंद – 60 से 80 रुपये प्रति किलो
बोड़ा – 40 से 60 रुपये प्रति किलोपान – 2 रुपये प्रति पीस
सुपाड़ी – 2 रुपये प्रति पीसबद्धी – 12 रुपये प्रति दर्जन
नींबू- 5 रुपये प्रति पीसडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

