बनमनखी. अनुमंडलीय अस्पताल में रोगी कल्याण समिति के गठन पर न केवल सवाल खड़े किए जा रहे हैं बल्कि इस पर पुनर्विचार कर नियमों के अनुकूल गठन की मांग की जा रही है. रोगियों के हितों को देखते हुए इसकी जांच के साथ पुनर्गठन की अनिवार्यता पर जोर दिया जा रहा है. बनमनखी प्रखंड प्रमुख कामेश्वर टुड्डू ने कहा है कि बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल रोगी कल्याण समिति के गठन में अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति वर्ग की सीट पर अन्य वर्ग के व्यक्ति को मनोनीत कर दिया गया है जो नियमों की सीधी अवहेलना है. उन्होंने कहा है कि इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकारी अस्पताल के मामलों का प्रबंधन और रोगियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिये तथा अस्पताल के संचालन, रखरखाव व उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये सरकार द्वारा रोगी कल्याण समिति के गठन का प्रावधान किया गया है. इसमें समाज के दलित, शोषित, पिछड़ा एवं उपेक्षित हर वर्ग शिक्षित व योग्य व्यक्ति को आरक्षणवार सदस्यों का मनोनयन होता है. मगर विडंबना है कि सरकारी नियमों को यहां ताक पर रख दिया गया.
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